सॉलिड-स्टेट ड्राइव
एक डेटा स्टोरेज डिवाइस
एक सॉलिड-स्टेट ड्राइव (अंग्रेजी में: Solid-state drive (SSD)) एक सॉलिड-स्टेट स्टोरेज डिवाइस है, जो डेटा को दृढ़ (persistant) स्टोर करने के लिए इंटीग्रेटेड सर्किट असेंबलियों का उपयोग करता है। यह आमतौर पर फ्लैश मेमोरी का उपयोग करता है, और कंप्यूटर स्टोरेज के पदानुक्रम में सेकेंडरी स्टोरेज के रूप में कार्य करता है। इसे कभी-कभी सॉलिड-स्टेट डिवाइस या सॉलिड-स्टेट डिस्क भी कहा जाता है,[1] हालांकि SSD में हार्ड ड्राइव ("HDD") या फ्लॉपी डिस्क में उपयोग किए जाने वाले भौतिक चक्रण (spinning) डिस्क और रीड-राइट हेड नहीं होते हैं।
फ्लैश मेमोरी के उपयोग | |
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Introduced by: | सैनडिस्क |
Introduction date: | 1991 |
क्षमता: | 20 MB (2.5-in form factor) |
Original concept | |
By: | Storage Technology Corporation |
Conceived: | 1978 |
क्षमता: | 45 MB |
In 2019 capacities available up to 60 - 100TB | |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Whittaker, Zack. "Solid-state disk prices falling, still more costly than hard disks". Between the Lines. ZDNet. मूल से 2 December 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 December 2012.