सोन घड़ियाल अभयारण्य
सचिन पाठक के अनुशार _सोन घड़ियाल अभयारण्य मध्य प्रदेश के सीधी ज़िला में स्थित एक जीव अभ्यारण्य है। यह भारत के कुछ स्थानों में से एक है जहाँ घड़ियालो को उनके प्राकृतिक आवास में देखा जा सकता हैं। यह अभयारण्य घड़ियाल के संरक्षण के लिए समर्पित है, जिसे दुनिया में सबसे लुप्तप्राय प्रजातियों में से एक माना जाता है। सोन नदी पर केन्द्रित होने के कारण इस अभयारण्य का नाम यहां से लिया गया है। वास्तव में, इन जंगलों में रहने वाली वन्यजीव प्रजातियां अपने अस्तित्व के लिए नदी पर बहुत कुछ निर्भर करती हैं।[1]
विवरण
संपादित करेंअभयारण्य की स्थापना 1981 में वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 18 (1) के प्रावधान के तहत की गई थी।[2] यह कुल 209 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें 161 लंबी सोन नदी, 23 किलोमीटर बनास और 26 किमी गोपद नदी क्षेत्र शामिल है। अभयारण्य में नदी की पूरी लंबाई के दोनों तरफ की 200 मीटर चौड़ी पट्टी भी शामिल है।[3] यहाँ पाये जाने वाले मुख्य जलीय जीवों में घड़ियाल, मगरमच्छ, और कछुआ शामिल हैं।[3]
संयोजन
संपादित करेंअभ्यारण्य का मुख्यालय सीधी ज़िला में स्थित है। निकटतम रेलवे स्टेशन रीवा में है, जो राष्ट्रीय राजमार्ग 39 के माध्यम से सीधी के पश्चिम में लगभग 100 किमी दूर स्थित है। निकटतम हवाई अड्डा इलाहाबाद में है, जो राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के माध्यम से सीधी के उत्तर में लगभग 200 किमी दूर स्थित है।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "सोन घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य". wildtrails.in (अंग्रेज़ी में). वाइल्डट्रेल्स. 23 सितम्बर 2017. मूल से 7 अगस्त 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 अप्रैल 2020.
- ↑ अ आ "ग्रीन ट्रिब्युनल". archived.greentribunal.gov.in (अंग्रेज़ी में). ग्रीन ट्रिब्युनल. अभिगमन तिथि 28 अप्रैल 2020.
- ↑ अ आ "Son Gharial Wildlife Sanctuary". India Travel Guide. 18 जुलाई 2010. मूल से 13 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 अप्रैल 2020.