सोरग़ोग़तानी बेकी (मंगोल: Сорхагтани Бэхи, अंग्रेजी: Sorghaghtani Beki;; जन्म: ११९८ ई; देहांत: १२५२ ई) मंगोल साम्राज्य के संस्थापक चंगेज़ ख़ान की बहु और उसके चौथे और सबे छोटे पुत्र तोलुइ ख़ान की पत्नी थी। उसे मंगोल इतिहास की सबसे होशियार और सक्षम स्त्री माना जाता है। उसने अपने चारों बेटों - मोंगके ख़ान, हलाकु ख़ान, आरिक़ बोके और कुबलाई ख़ान - को कुशलता से अपने दादा के साम्राज्य की बागडोर संभाल लेने के लिए पाला और उनमें नेतृत्व का गुण पैदा किया। परिवार और साम्राज्य की परिस्थितियाँ समझते हुए उसने अपने बेटों के लिए अनुकूल स्थिति भी बनाई। मंगोल साम्राज्य के जारी रहने और पनपने से पूरे यूरेशिया में व्यापार और विचारों की अदला-बदली के मार्ग खुलने का बहुत श्रेय उसको दिया जाता है। बहुत से इतिहासकार उसे विश्व इतिहास की सब से प्रभावशाली स्त्रियों में से एक भी समझते हैं।[1][2] धर्म से यह एक नेस्टोरियाई ईसाई थी।[3]

तोलुइ ख़ान अपनी पत्नी सोरग़ोग़तानी के साथ

इन्हें भी देखें

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  1. Focus on World History: The Era of Expanding Global Connections: 1000-1500, Kathy Sammis, Walch Publishing, 2002, ISBN 978-0-8251-4369-4, ... As a widow, Sorqoqtani cared for and protected her sons, their children and grandchildren, and the great princes and soldiers who had served Chinggis Khan and Tolui Khan and were now attached to her sons ...
  2. The role of women in the Altaic world: Permanent International Altaistic Conference, 44th meeting, Walberberg, 26-31 अगस्त 2001, Otto Harrassowitz Verlag, 2007, ISBN 978-3-447-05537-6, ... After the death of Tolui Khan in the 1 3th century, his queen, Sorqaytani ruled alone for a short period ...
  3. Genghis Khan and the Mongol empire, William W. Fitzhugh, Morris Rossabi, William Honeychurch, Houston Museum of Natural Science, Dino Don, 2009, ISBN 978-0-295-98957-0, ... A Nestorian Christian captured by Genghis's troops and then turned over in marriage to his son Tolui, she took charge of her sons' educations, ensuring that they not only applied themselves to military training but learned to read ...