सौन्हर
सौन्हर, भारत के मध्यप्रान्त मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की तहसील नरवर के अन्तर्गत आने वाला एक प्रसिद्ध गाँव है। यह गाँव आसपास के क्षेत्र में बहुचर्चित और प्रसिद्ध है।
सौन्हर ग्रम सौन्हर सौन्हर | |
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Village Sonhar | |
उपनाम: सौन्हर, सोन्हर | |
Country | भारत |
राज्य | मध्यप्रदेश |
ज़िला | Shivpuri |
संस्थापक | बाबा सोनपाल सिंह बैश ठाकुर |
नाम स्रोत | ठाकुर सोनपाल सिंह |
शासन | |
• सभा | ग्राम पंचायत |
क्षेत्रफल8.5 वर्ग मील | |
• कुल | 9 किमी2 (3 वर्गमील) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 7,546 |
• घनत्व | 840 किमी2 (2,200 वर्गमील) |
Languages | |
• Official | हिंदी |
समय मण्डल | IST (यूटीसी+5:30) |
पिन | 473880 |
वेबसाइट | www.mannpanchhi.blogspot.in |
प्राकृतिक दृश्य
संपादित करेंचारों ओर से पहाड़ों से घिरा होने कारण यहाँ का प्राकृतिक सौन्दर्य देखने लायक है। बरसात के दिनों में जब पहाड़ों पर हरियाली छा जाती है तब यहाँ का दृश्य बिल्कुल हिमाचल प्रदेश के सदृश्य लगता है। गाँव के मध्य में स्थित एक पहाड़ी पर बंगला वाले बाबा का प्रसिद्ध प्राचीन मन्दिर है।
मान्यता है कि बाबा सोनपाल सिंह बैश जी ने ही सौन्हर की स्थापना की थी। उन्हीं को बंगला वाले बाबा के नाम से उक्त पहाड़ी पर पूजा जाता है। गाँव में पूर्व की ओर स्थित एक विशाल तालाब भी है जो कि गाँव कि सुन्दरता में चार चाँद लगाता है। यह तालाब बरसात के पानी के लबालब भर जाता है। गर्मी के दिनों जलस्तर धीरे धीरे घटने लगता है जिससे कि तालाब सूखने की कगार पर आ जाता है।
दर्शनीय स्थल
संपादित करेंवैसे तो गाँव के आसपास अनेक धार्मिक और प्राकृतिक दर्शनीय स्थल हैंगूगल मानचित्र पर ग्राम सौन्हर के कुछ स्थल जिनमें से मुख्यतः गाँव के पश्चिमोत्तर दिशा में स्थित श्री श्री 1008 हनुमान मन्दिर, बरूआ सौन्हर-नयागाँव[1] प्रमुख है। गाँव के मध्य में स्थित श्री राम जानकी राज मन्दिर, पारवाले हनुमान मन्दिर आदि अनेक दर्शनीय स्थल हैं। छत्तीसिया पहाड़ और कोल्हुआ भी प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।
शिक्षा
संपादित करेंगाँव (सौन्हर) में शिक्षा स्तर बहुत अच्छा है। गाँव में ही प्राथमिक, माध्यमिक से लेकर हाई स्कूल[2] तक पढ़ाई की व्यवस्था सरकार ने की है।गूगल मानचित्र पर [[सौन्हर]] का एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय