अक्सर अन्य वयस्कों विद्यार्थियो को आने वाली ज़िंदगी की तैयारी करने के चक्कर मे उनमे छुपी प्रतिभा को निखारने मे असफल हो जाते है। कक्षा को और मज़ेदार बनाने के लक्ष्य को ध्यान मे रखते हुए S.C.A.M.P.E.R एक एसी तकनीक़ है जो विद्यार्थी को अपनी कला को उभरने का मोका देती है। S.C.A.M.P.E.R को 1953 मे प्रस्तावित किया था आलेक्स ऑज़्बॉर्न ने और उसको आगे विकसित किया था बॉब ईर्ले ने अपनी किताब मे -SCAMPER:Games for Imagination Development। यह एक गतिविधि आधारित प्रक्रिया है जिसका प्रदर्शन Cooperative Learning के माध्यम से हो सकता है। यहा शिक्षक विद्यार्थी को एक नये विचार से प्याचालित करवाता है और फिर उस विचार के विकास की ज़िम्मेदारी विद्यार्थी को दे देता है। इसके बाद विद्यार्थी को एक तालिका दी जाती है जिसके माध्यम से वे इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है। पहेले कदम पे - SUBSTITUTE(S)मे विद्यार्थी को उस विचार के बारे मे सोचना अथवा लिखना है जो प्रथम विचार की बराबरी कर पाए। दूसरे कदम पे- COMBINE (c) विद्यार्थी को उन्न अन्य विचारो के बारे मे सोचना अथवा लिखना है जो प्रथम विचार से संबंधित हो और प्रथम विचार से मेल खाते हो ताकि उनको एक साथ जोड़ा जा सके। तीसरे कदम पर- ADJUST(a) विद्यार्थी अपनी कला का प्रयोग करके उन विचारो को लिखे जो प्रथम विचार को समायोज्य बना सके। चोथे भाग- MODIFY(M) मे विद्यार्थी अपनी कला का प्रयोग करके प्रथम विचार को संशोधित कर सके। पाछवे भाग- PUT TO OTHER USE(P) मे विद्यार्थी प्रथम विचार के अन्य उपयोगो के बारे मे सोचकर लिखे। आखरी भाग- REVERSE/REARRANGE(R) मे केसे प्रथम विचार से एक नये विचार को जन्म दिया जा सकता है विद्यार्थी उसके बारे मे सोचे। अतः एक एसी शिक्षण रणनीति है जिसके माध्यम से विद्यार्थी की कला का सही ढंग से प्रयोग किया जा सकता है।