स्टेटऑयल
स्टेटऑयल एएसए (अंग्रेजी: Statoil ASA) जो अपना व्यापार स्टेटऑयल के नाम से करती है और जिसे पहले स्टेटऑयलहाइड्रो (StatoilHydro) के नाम से जाना जाता था, 1972 में स्थापित नॉर्वे की एक तेल कंपनी है। यह अपने 30340 कर्मचारियों के साथ नॉर्वे की सबसे बड़ी कंपनी है। स्टेटऑयल ओस्लो और न्यूयार्क के शेयर बाज़ारों पर सूचीबद्ध है, तथापि, कंपनी के शेयरों का अधिकांश यानि कि लगभग 67%, नार्वे सरकार के स्वामित्व के आधीन है जिसका हित प्रबंधन नॉर्वे का तेल और गैस मंत्रालय करता है। स्टेटऑयल का मुख्यालय नार्वे की राजधानी स्टवान्गर में स्थित है। स्टेटऑयल का नाम स्टेट यानि कि राष्ट्र (या राज्य) और ऑइल यानि कि तेल, को आपस में मिलाकर प्राप्त किया गया है।
चित्र:Statoil 2009 logo.svg | |
कंपनी प्रकार | Allmennaksjeselskap |
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कारोबारी रूप | साँचा:Ose, NYSE: STO |
आई.एस.आई.एन | NO0010096985 |
उद्योग | पेट्रोलियम, बिजली उत्पादन |
स्थापित | 1 अक्टूबर 2007 |
मुख्यालय | स्टवान्गर , नार्वे |
प्रमुख लोग | हेल्ज लुण्ड (CEO), स्वीन रेनेमो (अध्यक्ष) |
उत्पाद | तेल एवं प्राकृतिक गैस अन्वेषण और उत्पादन, पेट्रोरसायन |
सेवाएँ | पेट्रोल पम्प |
आय | NOK 529.65 अरब (2010)[1] |
परिचालन आय | NOK 137.23 अरब (2010)[1] |
शुद्ध आय | NOK 38.08 अरब (2010)[1] |
कुल संपत्ति | NOK 643.01 अरब (end 2010)[1] |
कुल हिस्सेदारी | NOK 226.40 अरब (end 2010)[1] |
कर्मचारियों की संख्या | 30,340 (2010 अंत)[1] |
वेबसाइट | www.statoil.com |
स्टेटऑयल एक पूर्ण एकीकृत पेट्रोलियम कंपनी है, जिसका प्रचालन उत्पादन के क्षेत्र में 13 देशों और विपणन के क्षेत्र में 8 देशों में होता है। राजस्व के आधार पर फोर्ब्स पत्रिका ने स्टेटऑयल को विश्व की 13 सबसे बड़ी तेल और गैस कंपनियों में शुमार किया गया है और राजस्व, मुनाफे और बाजार पूंजीकरण के हिसाब से पूरे नॉर्डिक क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी है।