स्तन अतिवृद्धि स्तन संयोजी ऊतकों की एक दुर्लभ चिकित्सा स्थिति है जिसमें स्तन अत्यधिक बड़े हो जाते हैं। स्तन ऊतकों का स्तन अतिवृद्धि कुछ हार्मोन जैसे मादा सेक्स हार्मोन, प्रोलैक्टिन और विकास कारकों के लिए हिस्टोलोजीक्ल संवेदनशीलता में वृद्धि के कारण हो सकता है।[1] यह स्थिति गंभीरता के आधार पर दो प्रकार से विभाजित होती है: मैक्रोमास्टिया और गिगेंटोमास्टिया। इस रोग का संकेत स्तन वजन में अत्यधिक वृधि से होता है जो कुल शरीर के वजन से लगभग ३% तक अधिक होता है।[2]स्तन वृधि से मांसपेशियों में असुविधा और उसकी त्वचा अत्यधिक फैल जाती है, जिससे कुछ मामलों में अल्सरेशन होने की भी संभावना हो सकती हैं।[3] इस रोग से दोनों स्तनों पर एक सा प्रभाव होता हैं परन्तु कुछ स्थिति में एक स्तन पर दूसरे से अधिक प्रभाव होता है, जिससे असमानता होती है और एक स्तन दूसरे से बड़ा दिखाई देता है। यह स्थिति स्तन के अतिरिक्त निप्पल और ऐरोला को भी व्यक्तिगत रूप से प्रभावित करती है।

स्तन अतिवृद्धि

कारण

स्तन अतिवृद्धि का प्रस्तावित कारणों में स्तन में कुछ हार्मोन (एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन, और प्रोलैक्टिन) के स्तर में वृद्धि/अभिव्यक्ति या बढ़ी संवेदनशीलता और/या विकास कारक (हेपेटिक विकास कारक, इंसुलिन-जैसे विकास कारक और एपिडर्मल वृद्धि कारक) शामिल हैं, जो की स्तन अतिवृद्धि को पैदा करते हैं।[4]

मैक्रोमैस्टिक स्तन मुख्य रूप से एडीपोज और रेशेदार ऊतक के रूप में उत्पन्न होते है, जबकि ग्रंथि संबंधी ऊतक अनिवार्य रूप से स्थिर रहते है। मैक्रोमैस्टिक लगभग आधी से ज्यादा महिलओं में एरोमैटस अतिरिक्त सिंड्रोम के रूप में पाया जाता हैं।[5]

इलाज

मेडिकल रेजिमेंट्स में टैमॉक्सिफेन, प्रोजेस्टेरोन, ब्रोमोक्रिप्टिन, गोनाडोट्रॉपिन-रिलीजिंग हार्मोन एगोनिस्ट लेप्रोरेलीन, और टेस्टोस्टेरोन शामिल हैं। गर्भावस्था में मैक्रोमैस्टिया का सर्जरी के बिना स्तन स्तनपान दवाओं के साथ इलाज किया जा सकता हैं। सर्जिकल थेरेपी में मेमाप्लास्टी और मेस्कटोमी शामिल हैं।[6] किशोरावस्था में स्तन अतिवृद्धि के लिए, ज्ञात और अज्ञात दुष्प्रभावों के कारण आमतौर पर दवा उपचार, हार्मोन थेरेपी, और स्टेरॉयड और गैर-निर्णायक उपचार की सिफारिश नहीं की जाती है। इस स्थिति में स्तन रिडक्शन ही सचिव सुझाव हैं स्तन अतिवृद्धि को कम करने के लिए। कुछ मामलों में आक्रामक या शल्य चिकित्सा उपचार के बाद, स्तन बढ़ने या फिर से बढ़ना जारी रख सकता है, एक अंतिम उपाय के रूप में एक पूर्ण मास्टक्टोमी की सिफारिश की जा सकती है।[7] कुछ मामलों में आक्रामक या शल्य चिकित्सा उपचार के बाद, स्तन बढ़ने या फिर बढ़ना जारी रख सकता है, एक अंतिम उपाय के रूप में एक पूर्ण मास्टक्टोमी ही पूर्णत: इलाज है।[8]

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

  1. Ohlsén, L.; Ericsson, O.; Beausang-Linder, M. (1996). "Rapid, massive and unphysiological breast enlargement". European Journal of Plastic Surgery.
  2. Dafydd, H.; Roehl, K.R.; Phillips, L.G.; Dancey, A.; Peart, F.; Shokrollahi, K. (2011). "Redefining gigantomastia". Journal of Plastic, Reconstructive & Aesthetic Surgery. 64 (2): 160–3. doi:10.1016/j.bjps.2010.04.043. PMID 20965141.
  3. Note: the criterium of >600g is used with the term "macromastia" in this source: Sharma, K; Nigam, S; Khurana, N; Chaturvedi, KU (2004). "Unilateral gestational macromastia--a rare disorder".
  4. Moschella, Francesco; Cordova, Adriana; Toia, Francesca (2016). "Gigantomastia". International Textbook of Aesthetic Surgery:
  5. Zhong, Aimei; Wang, Guohua; Yang, Jie; Xu, Qijun; Yuan, Quan; Yang, Yanqing; Xia, Yun; Guo, Ke; Horch, Raymund E.; Sun, Jiaming (2014). "Stromal-epithelial cell interactions and alteration of branching morphogenesis in macromastic mammary glands". Journal of Cellular and Molecular Medicine.
  6. Kulkarni, Dhananjay; Beechey-Newman, N.; Hamed, H.; Fentiman, I.S. (2006). "Gigantomastia: A problem of local recurrence".
  7. Baker, Stephen B.; Burkey, Brooke A.; Thornton, Paul; Larossa, Don (2001). "Juvenile Gigantomastia: Presentation of Four Cases and Review of the Literature". Annals of Plastic Surgery।
  8. Ismail Jatoi; Manfred Kaufmann (11 February 2010). Management of Breast Diseases. Springer Science & Business Media.