स्नेहलता श्रीवास्तव
श्रीमति स्नेहलता श्रीवास्तव (जन्म 18 सितंबर 1957) लोकसभा की पहली महिला महासचिव हैं। वे 29 नवंबर, 2017 को लोकसभा की पहली महिला महासचिव नियुक्त हुईं। इस पद पर उनका कार्यकाल 1 दिसंबर, 2017 से 30 नवंबर, 2018 तक है। इसके पूर्व वे भारत के राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक की अध्यक्ष रह चुकी हैं।[1] वे मध्य प्रदेश कैडर के 1982 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं और वित्तीय सेवा विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार में अपर सचिव के पद पर हैं। वे आईडीबीआई बैंक लिमिटेड, आईडीएफसी लिमिटेड और भारतीय साधारण बीमा निगम के निदेशक मंडल में एक निदेशक भी हैं। ०१ दिसंबर २०१७ को भारत के लोकसभा की प्रथम महिला महासचिव पद पर उनकी नियुक्ति हुयी है।
स्नेहलता श्रीवास्तव | |
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लोक सभा की महासचिव
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पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 01 दिसंबर 2017 | |
उत्तरा धिकारी | वर्तमान |
जन्म | 18 सितम्बर 1957 |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू कायस्थ |
प्रारंभिक जीवन व शिक्षा
संपादित करेंश्रीमती स्नेहलता श्रीवास्तव का जन्म 18 सितंबर 1957 को हुआ। वे शहरी भूगोल में विशेषज्ञता के साथ भूगोल में स्नातकोत्तर हैं और क्षेत्रीय आयोजना और आर्थिक विकास में एम फिल किया है।[1]
करियर
संपादित करेंभारतीय प्रशासनिक सेवा के 30 वर्ष से अधिक के अपने कार्यकाल में उन्होंने विविध कार्यक्षेत्रों में काम किया है जिनमें वित्त, दूरसंचार, राजमार्ग, राजस्व, बहुपक्षीय बैंक अर्थात् विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक, विदेशी मुद्रा नियंत्रण, अमेरिका और कनाडा के संबंध में द्विपक्षीय सहयोग शामिल हैं।
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा) बनाने के समय श्रीमती श्रीवास्तव ने फेमा के तहत विभिन्न विनियम तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मध्य प्रदेश में, जिला मजिस्ट्रेट और उप डिवीजनल मजिस्ट्रेट के रूप में कानून और व्यवस्था से संबंधित कार्य करने के अलावा शिक्षा, खनन, भूमि प्रबंधन, बिजली और उद्योग जैसे क्षेत्रों में भी काम किया। वे तीन वर्षों तक मध्य प्रदेश के वित्त विभाग में निदेशक, बजट भी रहीं।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ इ "निदेशक मण्डल". राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक, आधिकारिक वैबसाईट. मूल से 3 दिसंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 नवम्बर 2013.