स्पुटनिक (रूसी: Спутник) जिसका शाब्दिक अर्थ है "यात्रा का साथी", सोवियत संघ का प्रथम उपग्रह कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम के अंतर्गत ४ अक्टूबर, १९५७ के बाद से पाँच उपग्रह अंतरिक्ष में भेजे गए। स्पुटनिक १ विश्व का सर्वप्रथम मानव निर्मित उपग्रह था।

स्पुटनिक

प्रभाव संपादित करें

स्पुटनिक के प्रक्षेपण के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा भी अंतरिक्ष में उपग्रह प्रक्षेपित करने के प्रयास किए गए, लेकिन अमेरिका को भारी असफलता ही मिली जब अमेरिका की प्रारंभिक दो परियोजनएँ, एक्स्प्लोरर १, प्रोजेक्ट स्कोर और कुरियर १बी विफल हो गए। स्पुतनिक संकट के चलते अग्रिम शोध योजना संस्था (जिसका नाम १९७२ में रक्षा अग्रिम शोध योजना संस्था रखा गया): डार्पा और नासा का गठन किया गया और अमेरिकी सरकार द्वारा वैज्ञानिक शोध और शिक्षण पर व्यय बढा़या गया।

स्पुटनिक की उडा़नें संपादित करें

क्रमांक उडा़न का नाम दिन व मास वर्ष परिणाम
१. स्पुटनिक १ ४ अक्टूबर १९५७ विश्व का प्रथम सफल उपग्रह प्रक्षेपण।
२. स्पुटनिक २ ३ नवम्बर १९५७ इस उडा़न में पहली बार एक जीवित प्राणी को, जो लाइका नाम कि कुतिया थी, अंतरिक्ष में भेजा गया। चूँकि उस
समय किसी जीव को पुनः पृथ्वी पर वापस लाने की सुविधा नहीं थी, इसलिये लाइका ही अंतरिक्ष कि पहली दुर्घटना बनी।
३. स्पुटनिक ३ ३ फरवरी १९५८ ३ फ़रवरी का प्रक्षेपण असफ़ल, १५ मई को हुआ पुनः प्रक्षेपण सफल।
४. स्पुटनिक ४ १५ मई १९६० यह प्रक्षेपण वोस्टोक की परिक्षण उडा़न थी, जिसका उपयोग बाद में प्रथम मानव उडा़न के लिए किया गया।
५. स्पुटनिक ५ १९ अगस्त १९६० बेल्का और स्ट्रेल्का नामक कुत्ते, ४० चुहे, २ मूस और अन्य बहुत से पौधे भेजे गए। अगले दिन यह यान सफ़लतापूर्वक पृथ्वी पर उतरा और सभी जीव सुरक्षित पाए गए।
६. स्पुटनिक ६ १ दिसंबर १९६० चेल्का और मुश्का नामक २ कुत्ते भेजे गए लेकिन यान में एक अनियोजित खराबी के चलते कक्षा में पुनः प्रवेश करते समय मारे गए।
७. स्पुटनिक ७ ४ फरवरी १९६१ मंगल प्रक्षेपवक्र में अपनी एषणी निकालने में असफ़ल।
८. स्पुटनिक ८ १२ फरवरी १९६१ वीनेरा १ के प्रक्षेपण का मंच।
९. स्पुटनिक ९ ९ मार्च १९६१ इस अंतरिक्ष यान में एक नकली अंतरिक्ष यात्री, चेर्नुष्का नामक कुता, चूहे और एक गिनी पिग भेजे गए। इसकी उडा़न ने कक्षा का एक चक्कर लगाया और इसे सफ़लतापूर्वक उतारा गया।
१०. स्पुटनिक १० २५ मार्च १९६१ इस उडा़न में एक नकली अंतरिक्ष यात्री, ज्वेज्दोच्का (Zvezdochka) नामक एक कुत्ता और साथ ही टेलीविजन प्रणाली और अन्य वैज्ञानिक उपकरण भेजे गए। एक कक्षा के बाद इसे सफलतापूर्वक उतारा गया। १२ अप्रैल १९६१ को यूरी गगारिन को वोस्टोक १ पर भेजने से पहले यह अंतिम अग्रदूत उडा़न थी।

बाहरी कडियाँ संपादित करें