स्वभक्षण कोशिका का प्राकृतिक, संरक्षित क्षरण है जो एक लयनकाय-निर्भर विनियमित तन्त्र के माध्यम से अनावश्यक घटकों को हटा देता है। [1] यह कोशिकीय घटकों के व्यवस्थित क्षरण और पुनर्चक्रण की अनुमति देता है। [2] [3] यद्यपि प्रारम्भ में अनाहार से बचाने के लिए प्रेरित एक प्रारम्भिक निम्नीकरण मार्ग के रूप में चित्रित किया गया था, यह तेजी से स्पष्ट हो गया है कि गैर-अनाहारी कोशिकाओं के समस्थापन में स्वभक्षण भी एक प्रमुख भूमिका निभाती है। [4] स्वभक्षण में दोष विभिन्न मानव रोगों से जुड़े हुए हैं, जिनमें तंत्रिका अपविकास और कर्कट रोग शामिल हैं, और इन रोगों के सम्भावित उपचार के रूप में स्वभक्षण को संशोधित करने में रुचि तेजी से बढ़ी है। [4] [5]

"स्वभक्षण" शब्द अस्तित्व में था और प्रायः मध्य 19वीं शताब्दी से इसका प्रयोग किया जाता था। [6] इसके वर्तमान प्रयोग में, लयनकाय के कार्यों की खोज के आधार पर 1963 में बेल्जियम के जीवरसायनविद् क्रिश्चियन द दुव द्वारा स्वभक्षण शब्द गढ़ा गया था। [1]

  1. Klionsky DJ (August 2008). "Autophagy revisited: a conversation with Christian de Duve". Autophagy. 4 (6): 740–3. PMID 18567941. डीओआइ:10.4161/auto.6398.
  2. Mizushima N, Komatsu M (November 2011). "Autophagy: renovation of cells and tissues". Cell. 147 (4): 728–41. PMID 22078875. डीओआइ:10.1016/j.cell.2011.10.026.
  3. Kobayashi S (2015). "Choose Delicately and Reuse Adequately: The Newly Revealed Process of Autophagy". Biological & Pharmaceutical Bulletin. 38 (8): 1098–103. PMID 26235572. डीओआइ:10.1248/bpb.b15-00096.
  4. Djajadikerta A, Keshri S, Pavel M, Prestil R, Ryan L, Rubinsztein DC (April 2020). "Autophagy Induction as a Therapeutic Strategy for Neurodegenerative Diseases". Journal of Molecular Biology. 432 (8): 2799–2821. PMID 31887286. डीओआइ:10.1016/j.jmb.2019.12.035.
  5. Levy JM, Towers CG, Thorburn A (September 2017). "Targeting autophagy in cancer". Nature Reviews. Cancer. 17 (9): 528–542. PMID 28751651. डीओआइ:10.1038/nrc.2017.53. पी॰एम॰सी॰ 5975367.
  6. Ktistakis NT (2017). "In praise of M. Anselmier who first used the term "autophagie" in 1859". Autophagy. 13 (12): 2015–2017. PMID 28837378. डीओआइ:10.1080/15548627.2017.1367473. पी॰एम॰सी॰ 5788564.