स्वेदन (शाब्दिक अर्थ = 'पसीना निकालना') का तात्पर्य उस प्रक्रिया से है जिससे स्वेद अर्थात पसीना उत्पन्न हो। कृत्रिम उपायों द्वारा शरीर में स्वेद उत्पन्न करने की क्रिया स्वेदन कहलाती है।

स्वेदन के भेद-
  • (१) एकांग स्वेद- अंग विशेष का स्वेदन
  • (२) सर्वांग स्वेद- संपूर्ण शरीर का स्वेदन
  • (अ) अग्नि स्वेद- अग्नि के सीधे संपर्क द्वारा स्वेदन
  • (ब) निरग्नि स्वेद- बिना अग्नि के संपर्क द्वारा स्वेदन।

इन्हें भी देखें

संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें