हंसराज कॉलेज
हंसराज कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एक सुप्रतिष्ठित बहुसंकाय-स्नातकोत्तर महाविद्यालय है।[2] यह कॉलेज विज्ञान, लिबरल आर्ट्स और वाणिज्य में शिक्षा प्रदान करता है। इसकी स्थापना १९४८ में हुई थी। यह डी०ए०वी० समूह के सबसे बड़े संस्थानों में से एक है। डी०ए०वी० भारत में ७०० से अधिक संस्थानों को संचालित और प्रबंधित करता है। इसमें ५००० से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं। यह दिल्ली विश्वविद्यालय के सबसे बड़े कॉलेजों में से एक है। विज्ञान में एस०ई०आर०एफ० के बाद और वाणिज्य के लिए हंसराज महाविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय का दूसरा सबसे अच्छा कॉलेज है।
![]() | |
ध्येय | तमसो मा ज्योतिर्गमय मुझे अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो। |
---|---|
प्रकार | सार्वजनिक |
स्थापित | 1948 |
प्रधानाचार्य | डॉ० राम [1] |
स्थान | नई दिल्ली, दिल्ली, भारत |
परिसर | महात्मा हंसराज मार्ग, मल्का गंज, उत्तरी परिसर, दिल्ली विश्वविद्यालय-110007 |
उपनाम | एचाअरसी, हंसराज |
संबद्धताएं | दिल्ली विश्वविद्यालय |
जालस्थल | www |
स्थापना के पश्चात इस महाविद्यालय ने अच्छी प्रसिद्धि पायी और कुछ उल्लेखनीय लोग इसके पूर्व छात्र रहे हैं जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने क्षेत्रों में प्रमुख नेता हैं। यह दिल्ली विश्वविद्यालय का पहला कॉलेज और पहला केन्द्रीय विश्वविद्यालय कॉलेज है जो अपने परिसर में एक विशाल राष्ट्रीय ध्वज फहराता है। यह प्रथा भारतीय ध्वज फाउंडेशन (एनजीओ) द्वारा शुरू की गयी थी। २५ जनवरी २०१७ को हंसराज के पूर्व-छात्र और भारत ध्वज फाउंडेशन के संस्थापक श्री नवीन जिंदल द्वारा ध्वज फहराया गया था।
महान भारतीय शिक्षाविद और राष्ट्रवादी महात्मा हंसराज की स्मृति में २६ जुलाई १९४८ को डी०ए०वी० कॉलेज प्रबंधन समिति ने हंसराज कॉलेज की स्थापना की। आरम्भ में यह केवल पुरुषों के लिए था किन्तु सन् में १९७८ सह-शैक्षिक बन गया।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Hansraj College - University of Delhi". www.hansrajcollege.ac.in. मूल से 30 जुलाई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 January 2020.
- ↑ "About Hansraj". मूल से 13 दिसंबर 2014 को पुरालेखित.