हरिकान्त जेठवाणी सिन्धी भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक कविता–संकलन सोच जूं सूरतूं के लिये उन्हें सन् 1991 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]

हरिकान्त जेठवाणी
पेशासाहित्यकार
भाषासिन्धी भाषा
राष्ट्रीयताभारतीय
विषयकविता–संकलन
उल्लेखनीय कामsसोच जूं सूरतूं

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.