हरियाणा राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी

हरियाणा राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी (HSACS) हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत, हरियाणा में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नाको के मार्गदर्शन में राज्य स्तर पर स्वतः और गैर - सरकारी संगठनों के माध्यम से तृतीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम को लागू करनेवाली एजेंसी है। संगठन अध्यक्ष परियोजना निदेशक करते हैं जो भी स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक, हरियाणा सरकार का भी पद रखते हैं। उनके अंतर्गत हरियाणा राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी की विभिन्न इकाइयों के संयुक्त निदेशक काम करते हैं। रोज़ाना की गतिविधियों के लिए इकाइयों के सहायक निदेशक निर्णय लेते हैं। सहायक निदेशक टी.आई. कार्यान्वयन में लगे गैर सरकारी संगठनों की नियमित गतिविधियों का पर्यवेक्षण करते हैं।[1]

चित्र:Raktdan-haryana.jpg
हरियाणा राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी की ओर से रक्तदान-सम्बन्धी ट्रेनिंग का समाचारपत्रों में उल्लेख

नारनौल में लक्षित हस्तक्षेप परियोजना संपादित करें

विभिन्न परियोजनाओं में से एक महेंद्रगढ़ के नारनौल शहर के लिए लक्षित हस्तक्षेप के लिए शिखर चेतना संगठन भिवानी नमक एक गैर-सरकारी संगठन के सहयोग से परियोजना को लागू की गयी जिसकी मंजूरी आदेश 2010/11/03 को परियोजना निदेशक द्वारा दी गयी थी। शिखर चेतना संगठन इस परियोजना के तहत 200 महिला यौनकर्मियों को कवर किया जाएगा [FSWs], 100 पुरुष, जो पुरुषों के साथ यौन सम्बन्ध रखते हैं [MSMs] और 100 इंजेक्शन से नशा करने वालों [IDU] के बीच अपने काम को प्रारंभ किया। कार्यक्रम 22/03/2010 से शुरू हुआ और विस्तृत जानकारी प्राप्त करने तथा एड्स-चेतना के प्रति अपने लक्ष्य में सफल रहा।[1]

रक्तदाता कार्ड संपादित करें

हरयाणा में समय-समय पर रक्तदान शिविर आयोजित होते हैं जिनमें रक्तदाता भाग लेते हैं और उन्हें प्रोत्साहित भी किया जाता है। ऐसी ही एक नीति के अंतर्गत योगदानकर्ताओं को रक्तदाता कार्ड जिसे एक एक साल की अवधि में रक्त की एक इकाई प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।[2]

हरियाणा राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी की आलोचना संपादित करें

विभिन्न राज्यों जैसे कि आंध्र प्रदेश और पंजाब में राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी एक अलग विभाग की तरह काम कर रहा है जबकि हरयाणा राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी के सन्दर्भ में आलोचकों ने कहा है की यह राज्य के स्वस्थ विभाग पर अधिक निर्भर करता है और इसके कर्मचारियों को समय-समय पर पोलियो अभियान जैसे असंबंधित कार्यों में व्यस्त किया जाता है।[3]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Targeted Interventions for HIV / AIDS". Shikhar Chetna Sangathan. मूल से 21 अक्तूबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जुलाई 2012.
  2. "Blood Donation Camp — Panchkula Urban Estate". OLX. मूल से 18 अगस्त 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 अक्टूबर 2012.
  3. "Why, HSACS staff should be on duty for POLIO Campaign?". Yahoo. अभिगमन तिथि 1 जुलाई 2012.[मृत कड़ियाँ]