हसन अली खान पुणे के एक मशहूर घोड़ा व्यापारी हैं, जिन्हें संभवतः भारत के सबसे बड़े[1] टैक्स चोरी और हवाला के केस में गिरफ्तार किया गया। आयकर विभाग के अनुसार हसन अली और उसके सहयोगियों से 71 हजार 845 करोड़ रुपये टैक्स बकाया था, जो कि उस साल के पूरे भारत के हेल्थ बजट और सालाना वसूले जाने वाले सर्विस टैक्स से ज्यादा था।[2]

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ में हसन अली ने खुलासा किया कि उसके अकाउंट में जमा हजारों करोड़ रुपए में से एक बड़ा हिस्सा देश के कई बड़े नेताओं और नौकरशाहों का है। इन बड़े नेताओं में महाराष्ट्र के तीन पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। ईडी ने इन मुख्यमंत्रियों और नेताओं के नाम का खुलासा नहीं किया।[3][4] उसके सहयोगी काशीनाथ तापुरिया ने खुलासा किया कि 2005-2006 के बैंक स्टेटमेंट के अनुसार खान के खाते में दो अरब डॉलर जमा थे।[5]

सरकारी वकील ने अदालत में कहा कि हसन अली के अंतरराष्ट्रीय हथियार व्यवसायी अदनान खशोगी से संबंध हैं।[6] ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र के अनुसार, खान खशोगी के लिए काम कर रहा था। खशोगी को स्विटजरलैंड में 'अवांछित व्यक्ति' करार दे दिया गया था। इसलिए खान का यूबीएस खाते का इस्तेमाल हथियार तस्कर खशोगी के धन को जमा करने के लिए किया जाता था।[7]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "हसन अली के खातों की जानकारी के लिए स्विस सरकार से गुहार". नवभारत टाइम्स. 26 नवम्बर 2012.
  2. . नवभारत टाईम्स. 10 मार्च 2011 http://navbharattimes.indiatimes.com/india/national-india/---71-854--/articleshow/7668988.cms. गायब अथवा खाली |title= (मदद)
  3. "हसन अली का खुलासा, 3 पूर्व CM का पैसा उसके खाते में". IBN. 22 मार्च 2011. मूल से 2 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 सितम्बर 2013.
  4. "हसन अली का खुलासा, विदेशी बैंकों में 3 पूर्व सीएम के पैसे". मूल से 21 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 सितंबर 2013.
  5. "हसन अली के खाते में खशोगी की ब्लैक मनी!". नवभारत टाईम्स. 26 नवम्बर 2012.
  6. http://navbharattimes.indiatimes.com/india/national-india/---71-854--/articleshow/7668988.cms
  7. "हसन अली के खाते में खशोगी की ब्लैक मनी!". नवभारत टाईम्स. 26 नवम्बर 2012.