हस्तलेख
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हस्तलेख वह लिखाई है जो किसी प्रकार के उपकरण की मदद से लिखी जाती है। हर एक मनुष्य में लिखने का तरीका अलग होता है और उन्हें लिखने की यह क्रिया प्राप्त होती है। हर इंसान की लिखाई अलग होती है इसलिए यह उनकी लिखी को पहचान कर उस इंसान की पहचान करने में भी मदद करता है। हर इंसान में लिखने का यह गुण अलग होता है, किसी भी २ मनुष्य की लिखाई एक सामान होने के बहुत कम चान्स होता है।[1]
इंसान की लिखाई उसकी उंगलियों की छाप जैसी होती है जिसकी नक़ल करना बहुत ही मुश्किल कार्य होता है। अगर कोई इंसान किसी और की लिखाई की नक़ल कर भी लेता है तो भी वह पूर्ण रूप से उसकी नक़ल नहीं कर पाता|[2]
हस्तलेख की विशेषताए
संपादित करें- अक्षर का आकार
- नियमित और अनियमित जगह अक्षरों के बीच में
- अक्षरों में उतार और चड़ाव
- कागज पर उपकरण का प्रेशर
- अक्षरों का माध्यम आकार
- अक्षरों की मोटाई
हस्तलेख की यह विशेषताए मनुष्य की लिखाई को एक दुसरे से अलग बनाते है और इन्ही विशेषताओ के कारण ही किसी भी इंसान की लिखाई की नक़ल करना मुश्किल कार्य होता है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Lockowandte, Oskar (1976), "Lockowandte, Oskar Present status of the investigation of handwriting psychology as a diagnostic method", Catalog of Selected Documents in Psychology (6): 4–5.
- ↑ Sargur Srihari, Chen Huang and Harish Srinivasan. On the Discriminability of the Handwriting of Twins. J Forensic Sci. 2008 Mar;53(2):430-46. http://www.cedar.buffalo.edu/~srihari/papers/TR-04-07.pdf.Retrieved[मृत कड़ियाँ] 25 January 2015