हाइफ़ा
हाइफ़ा (Haifa ; हिब्रू : חֵיפָה Heifa , हिब्रू उच्चारण: [χei̯ˈfa], अरबी : حيفا Ḥayfā ) उत्तरी इजराइल का सबसे बड़ा नगर तथा इजराइल का तीसरा सबसे बड़ा नगर है। इसकी जनसंख्या लगभग तीन लाख है। इसके अलावा लगभग तीन लाख लोग इसके समीपवर्ती नगरों में रहते हैं। इसी नगर में बहाई विश्व केन्द्र भी है जो यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित है।
हाइफ़ा (Haifa) | |
यहूदी | חֵיפָה |
अरबी | حيفا |
स्थापना | 1st century CE |
सरकार | City |
जिले | Haifa |
जनसंख्या | 285,316 (2019) |
अधिकार क्षेत्र | 63,666 डूनम (63.666 कि॰मी2; 24.582 वर्ग मील) |
महापौर | Yona Yahav |
लुआ त्रुटि मॉड्यूल:Location_map में पंक्ति 388 पर: A hemisphere was provided for longitude without degrees also being provided।Vector map of Haifa, Israel |
|
जालस्थल | www.haifa.muni.il |
यह शहर हिंदुस्तान और इजराइल के बीच प्रगाढ़ रिस्तो की एक वजह भी है, 1918 मे प्रथम विश्व युद्ध के समय अंग्रेज सेना के अधिन जोधपुर और मैसूर रियासत की सेनाओ ने ब्रिगेडियर दलपत सिंह जो की जोधपुर रियासत के सेनापति भी थे के नेतृत्व मे आटोमन एम्पायर वाली टर्की और आस्ट्रिया की सेनाओ को हरा कर हाइफा को आज़ाद करवा के यहूदियो को दिलवाया था। जोधपुर और मैसूर के सेनिको ने सिर्फ तलवारो के दम पर तात्कालिक आधुनिक हत्यारो से सजी ऑटोमन एम्पायर की सेना को बुरी तरह परास्त किया था। दिल्ली का तीनमूर्ति स्मारक इसी युद्ध की याद मे बना है, आज भी इज़राइल के स्कूलों मे इस युद्ध और ब्रिगेडियर दलपत सिंह के शौर्य के बारे मे पढ़ाया जाता है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंयह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |