हाफ़ टिकट

हिन्दी भाषा में प्रदर्शित चलवित्र
(हाफ टिकट (1962 फ़िल्म) से अनुप्रेषित)

हाफ टिकट १९६२ में बनी हिन्दी भाषा की एक हास्य फ़िल्म है। इस फ़िल्म के निर्माता व निर्देशक कालीदास हैं और मुख्य कलाकार किशोर कुमार, मधुबाला और प्राण हैं।

हाफ टिकट

हाफ टिकट का पोस्टर
निर्देशक कालीदास
लेखक सुरिद कार (कहानी), रमेश पंत (पटकथा एवं संवाद)
निर्माता कालीदास
अभिनेता किशोर कुमार,
मधुबाला,
प्राण,
शम्मी,
हेलन,
मनोरमा,
मोनी चटर्जी,
नर्बदा शंकर,
टुन टुन,
पूनम,
दिलीप,
छायाकार अपूर्ब भट्टाचार्जी
संपादक राज तलवार
संगीतकार सलिल चौअधरी (संगीतकार)
शैलेन्द्र (गीतकार)
निर्माण
कंपनियां
फ़िल्मिस्तान स्टूडियो, कमल स्टूडियो एवं सैंट्रल स्टूडियो
प्रदर्शन तिथि
1962
देश भारत
भाषा हिन्दी

विजय (किशोर कुमार) एक अमीर घराने का नाकारा लड़का है जिसका बाप उसे घर से निकाल देता है। अपनी किस्मत आज़माने के लिए वह मुंबई जाने का फ़ैसला करता है लेकिन पैसा न होने के कारण वह एक छोटे बच्चे मुन्ना का भेष बनाकर ट्रेन का हाफ़ टिकट ख़रीदता है। जब वह टिकट ख़रीद रहा होता है तो हीरों का चोर राजा (प्राण) चुपके से उसके पीछे की जेब में वह हीरा छुपा देता है। अपने को विजय का चाचा बताकर जब दोनों ट्रेन में चढ़ते हैं तो राजा विजय की जेब से वह हीरा वापस लेने की कोशिश करता है लेकिन विजय उसके चंगुल से भागकर दूसरे डिब्बे में चढ़ जाता है जहाँ उसकी मुलाकात रजनी (मधुबाला) से होती है जो एक रंगमंच की कलाकार है। रजनी को देखते ही विजय को उससे प्यार हो जाता है। फिर पूरी फ़िल्म विजय का राजा के हाथों से बार-बार बच निकलना और रजनी के सामने अपने प्यार का इज़हार करने में निकल जाती है। अंत में पुलिस राजा को पकड़ लेती है और विजय और रजनी, जिसका असली नाम आशा है, की शादी हो जाती है।

मुख्य कलाकार

संपादित करें

इस फ़िल्म के संगीतकार सलिल चौधरी हैं और गीतकार शैलेन्द्र हैं।

हाफ़ टिकट के गीत
गीत गायक/गायिका
अरे लेलो जी लेलो किशोर कुमार
अरे वाह रे मेरे मालिक किशोर कुमार
आ के सीधी लगी दिल पे किशोर कुमार
आँखों में तुम किशोर कुमार, गीता दत्त
चांद रात तुम हो साथ लता मंगेशकर, किशोर कुमार
चील चील चिल्ला के किशोर कुमार
वो एक निगाह क्या मिली लता मंगेशकर, किशोर कुमार

रोचक तथ्य

संपादित करें

बौक्स ऑफिस

संपादित करें

समीक्षाएँ

संपादित करें

नामांकन और पुरस्कार

संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें