इतिहास मुझे दोषमुक्त करेगा

'''इतिहास मुझे दोषमुक्त करेगा''' (स्पैनी:"La historia me absolverá" उच्चारण: ला हिस्तोरिया मी अलसोवेरा; अंग्रेज़ी: हिस्ट्री विल एबज़ॉल्व मी ) फिदेल कास्ट्रो का १६ अक्टूबर १९५३ को दिये गए चार-घण्टे के भाषण का अन्तिम वाक्य और अनुवर्ती शीर्षक है। कास्ट्रो ने यह भाषण 'मोंकाडा बैरकों' पर हुए हमले के बाद इसमें उनका नाम आने पर न्यायालय में अपने बचाव में कहे थे। यद्यपि कास्ट्रो के शब्दों का कोई भी अभिलेख नहीं बनाया गया, उन्होंने बाद में २६ जुलाई के उनके आंदोलन के घोषणा पत्र को प्रकाशित करन के लिए तैयार किया था।[1]

मोंकाडा आक्रमण के बाद गिरफ्तार फिदेल कास्त्रो (१९५३)