हृदयनारायण दीक्षित
हृदयनारायण दीक्षित (जन्म) एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष है। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता है।
उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित साहित्यकार, पत्रकार व कुशल राजनीतिज्ञ हैं। उनके जीवन की यात्रा काफी उतार-चढ़ाव वाली रही है। प्रदेश सरकार में संसदीय कार्यमंत्री और पंचायती राज मंत्री रह चुके दीक्षित उन्नाव में भाजपा के जिला अध्यक्ष से पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य, मुख्य प्रवक्ता और अन्य कई मोर्चों व प्रकोष्ठों में भी अलग-अलग पदों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
वे राज्य विधानमंडल की प्राक्कलन समिति के सभापति और सार्वजनिक उपक्रम समिति के सभापति भी रह चुके हैं। दीक्षित ने लंबे समय तक अखबार निकालकर भी आम लोगों की समस्याओं को आवाज दी। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान, भानुप्रताप शुक्ल पत्रकारिता सम्मान और दीनदयाल उपाध्याय सम्मान जैसे तमाम पुरस्कारों से भी वे नवाजे जा चुके हैं। वैदिक साहित्य और भारतीय संस्कृति का गहन अध्ययन करने वाले दीक्षित की विभिन्न विषयों पर 22 पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। हृदय नारायण दीक्षित जी सन 1984 में पुरवा विधानसभा से भाजपा के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े और जीते 1989 में फिर इसी विधानसभा से जनता दल के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और जीते 1991 में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में 1991 फिर 1993 का चुनाव लड़े और जीते उसके बाद बसपा होते हुए वे भाजपा में आ गए। बसपा सरकार में वे मंत्री बनाए गए थे। 2017 में वह भगवंत नगर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर जीते और उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया।
सन्दर्भ
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