हेतुकर झा
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हेतुकर झा एक भारतीय लेखक, प्रोफेसर, शोधकर्ता और फ़ुलब्राइट स्कॉलर हैं। संप्रति वे महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह कल्याणी न्यास के मानद प्रबंध न्यासी हैं.[1][2]
आरंभिक जीवन और परिवार
संपादित करेंझा का जन्म बिहार के मधुबनी जिला के सरिसब पाही जिले में हुआ था। उनके पिता बाबू बलदेव झा और माता श्रीमती मोहिनी देवी थीं। उनकी आरंभिक शिक्षा सरिसब पाही के स्थानीय विद्यालय में हुई थी।
झा का विवाह १९६० में श्रीमती इंदिरा झा से से हुआ और उनके तीन पुत्र तेजकर झा, श्रुतिकर झा और मधुकर झा का जन्म क्रमशः १९६८, १९७२ और १९७५ में हुआ। उन्होंने अपनी सारी पारिवारिक संपत्ति चंद्रधारी मिथिला राज्य संग्रहालय, दरभंगा को दे दी ताकि उनके पिता स्वर्गीय बलदेव झा के नाम पर एक दीर्घा का निर्माण हो सके।
शिक्षा
संपादित करेंउन्होंने पटना सायंस कॉलेज में नामांकन लिया और उत्तर स्नातक के लिए पटना विश्वविद्यालय। उन्होंने अपना स्नातक पटना कॉलेज से १९६५ में, उत्तर स्नातक १९६७ में और पीएचडी भी पटना विश्वविद्यालय से १९८० में किया।[उद्धरण चाहिए]
जीविका
संपादित करेंबतौर शिक्षक पटना विश्वविद्यालय में वे १९८६ में नियुक्त हुए और जनवरी 2004 में समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष और प्रोफेसर अवकाशमुक्त हुए।[1][3]
१९८४-८५ में USEFI के द्वारा दी गई फुलब्राइट स्कॉलरशिप के साक्षात्कार पैनल में थे। वे दो साल तक सुलभ इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोसल साइंस के निदेशक भी रहे।
१९६८ के आरंभ में उन्होंने बिहार की संस्कृति और समाज पर शोध का भी काम किया। उनका निर्णायक निष्कर्ष यह रहा है किपारंपरिक ग्रामीण समुदाय में बतौर प्रकार्यात्मक समग्र टूटन विघटन का मुख्य कारण रहा[4]
उन्हें १९७२ में भारत में अमरीकी शैक्षणिक न्यास की ओर से फुलब्राइट स्कॉलरशिप प्रदान की गई।
चुनिंदा प्रकाशन
संपादित करेंहेतुकर झा के जाने-माने प्रकाशित कार्यों में निम्नलिखित प्रमुख है:[5]
किताबें
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- Man in Indian Tradition: Vidyapati’s Discourse on Purush, Aryan Books International, नई दिल्ली, 2002, ISBN 978-81-7305-217-0.
- Perspectives on Indian Society and History: A Critique, edited, Manohar, नई दिल्ली, 2002, ISBN 978-81-7304-422-9.
- Mithila in the Nineteenth Century: Aina-i-Tirhut of Biharilal ‘Fitrat’, edited, Kameshwar Singh Bihar Heritage Series – 5, M.K.S.K.Foundation, Darbhanga,2001.
- Amaranatha Jha, Makers of Indian Literature Series, Sahitya Akademy, नई दिल्ली, 1997, ISBN 978-81-260-0294-8.
- A Glimpse of Tirhut in the second Half of the Nineteenth Century: Riaz-I-Tirhut of Ayhodhya Prasad ‘Bahar’, edited, Kameshwar Singh Bihar Heritage Series – 3, M.K.S.K.Foundation, Darbhanga, 1997.
- Ganganatha Jha, Makers of Indian Literature series, Sahitya Akademi, नई दिल्ली, 1992, OCLC 30810275.
- Social Structures of Indian villages: A Study of Rural Bihar Sage Publications India, नई दिल्ली, 1991, ISBN 978-0-8039-9687-8.[6]
- Upnivesh Kalin Mithilaka Gam O Gamak Nimna Varga (in Mithilli), Maithili Academy, Government of Bihar, Patna, 1988. This book discusses the condition of the lower classes of the region of Mithila (north Bihar) during the colonial period.
- Colonial Context of Higher Education in India, Usha Publications, नई दिल्ली, 1985.
- Social Structures and Alignments: A Study of Rural Bihar, (with J.B.P.Sinha, Surendra Gopal and K.M. Tiwary) Usha Publications, नई दिल्ली, 1985.
- Autobiographical Notes Of Mahamahopadhyaya Dr. Sir Ganganatha Jha (edited), Ganganatha Jha Kendriya Sanskrit Vidyapeetha, Allahabad, 1976.
- Tirhut in Early Twentieth Century: Mithila Darpan of Ras Bihari Lal Das, edited, Kameshwar Singh Bihar Heritage Series – 8, M.K.S.K.Foundation, Darbhanga, 2005.
- Courage and Benevolence: Maharajadhiraja Kameshwar Singh (1907–1962), (edited) Kameshwar Singh Bihar Heritage Series – 10, M.K.S.K.Foundation, Darbhanga, 2007.
- India: Some Crucial Questions, (edited) Kameshwar Singh Bihar Heritage Series – 12, M.K.S.K.Foundation, Darbhanga, 2007.
- Reflections on History, Society and Social Change in India Hetukar Jha ed., Daanish Books, 2012, ISBN 978-93-81144-25-1.
टिप्पणी
संपादित करें- ↑ अ आ "Management". Maharajadhiraja Kameshwar Singh Kalyani Foundation. 2013. मूल से 15 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 मई 2015.
- ↑ The Maharajadhiraja Kameshwar Singh Kalyani Foundation is headquartered in the Kalyani Niwas (palace) in Darbhanga, which was the residence of the younger queen of the former Maharaja Kāmeshwar Singh of the Raj Darbhanga.
- ↑ Srivastava, Amitabh (3 January 2011). "The new Bihari". इंडिया टुडे. मूल से 15 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 मई 2015.
- ↑ Lindberg, Staffan (30 August 2011). "Patna, Bihar – in another country?". Swedish South Asian Studies Network (SASNET), Lund University. मूल से 15 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 मई 2015.
- ↑ "Hetukar Jha (1944–)". Open Library. मूल से 26 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 मई 2015.
- ↑ Reviewed:Henry, Edward O. (1993). "Book Reviews – South Asia". The Journal of Asian Studies. 52 (4): 1056–1057. डीओआइ:10.2307/2059411. मूल से 26 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 मई 2015.