हेपेटाइटिस ई
यकृतशोथ ङ (हेपेटाइटिस ई) एक जलजनित रोग है और इसके व्यापक प्रकोप का कारण दूषित पानी या भोजन की आपूर्ति है। प्रदूषित पानी इस महामारी को बढ़ा देता है और स्थानीय क्षेत्रों में छिटपुट मामलों के स्रोत कच्चे या अधपके शेलफिश को खाना होता है। इससे वायरस के फैलने की संभावना अधिक होती है। हालाकि अन्य देशों की तुलना में भारत के लोगों में हेपेटाइटिस ई न के बराबर होता है। बंदर, सूअर, गाय, भेड़, बकरी और चूहे इस संक्रमण के प्रति संवेदनशील हैं।
हेपेटाइटिस ई वर्गीकरण एवं बाह्य साधन | |
हेपेटाइटिस ई विषाणु | |
आईसीडी-१० | B17.2 |
आईसीडी-९ | 070.4 |
डिज़ीज़-डीबी | 5794 |
ईमेडिसिन | med/995 |
एम.ईएसएच | D016751 |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- Hepatitis E Virus (from PATRIC the PathoSystems Resource Integration Center, a NIAID Bioinformatics Resource Center)
- WHO hepatitis E factsheet