होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केन्द्र
होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केन्द्र (HBCSE; एचबीसीएसई) मुम्बई स्थित टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान का एक राष्ट्रीय केन्द्र है। देश में विज्ञान और गणित शिक्षा में समता और उत्कृष्टता को बढावा देना, तथा जनमानस में वैज्ञानिक प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करना इस केन्द्र के ध्येय हैं।
होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केंद्र | |
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स्थापित | १९७४ |
प्रकार: | अनुसंधान संस्थान |
निदेशक: | प्रोफेसर हेमचंद्र प्रधान |
अवस्थिति: | मुंबई, भारत |
परिसर: | शहरी |
जालपृष्ठ: | http://www.hbcse.tifr.res.in |
उद्देश्य एवं कार्यकलाप
संपादित करेंइन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए यह केन्द्र कई तरह के परस्पर सम्बद्ध कार्यों में संलग्न है जैसे-
- न्यून-निष्पादन वाले छात्रों के लिए उपचारात्मक अध्यापन विद्या का विकास,
- कम कीमत के प्रायोगिक उपकरणों का विकास,
- विज्ञान के इतिहास पर प्रदर्शनी,
- शिक्षक अभिविन्यास, पाठ्यक्रम, सह-पाठ्यक्रम और व्याख्यात्मक पुस्तकों और सामग्रियों का विकास,
- मेधावी छात्रों के लिए प्रतिभा पोषण कार्यक्रम और
- विज्ञान शिक्षा के लिए प्रगत प्रयोगशालाओं का विकास।
केन्द्र का अनुसंधान एवं विकास कार्य विज्ञान शिक्षा के संज्ञानात्मक और सामाजिक पहलुओं तथा विज्ञान के इतिहास से सुविज्ञ है। होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केन्द्र गणित, भौतिकी, रसायन, जीवविज्ञान तथा खगोल-विज्ञान में ओलंपियाड का राष्ट्र का अग्रणी केन्द्र है।
सुविधाएँ
संपादित करेंकेन्द्र के परिसर में उत्कृष्ट आधारभूत सुविधाएँ मौजूद हैं:
- भौतिकी, रसायनविज्ञान तथा जीवविज्ञान में पोस्ट-स्कूल स्तर के लिए प्रयोगशालाएँ हैं;
- एक एकीकृत प्रयोगशाला और गणित गतिविधि की प्रयोगशाला है;
- एक कम्प्यूटर प्रयोगशाला है जहाँ लैन, डी.टी.पी., ग्न्यू/लीनक्स; कुछ नए संग्रहित पॉवर कम्प्यूटरों के साथ कम्प्यूटर सम्बन्धी आधारभूत सुविधाएँ हैं।
- एक श्रव्य-दृश्य प्रयोगशाला है जहाँ एनिमेशन, वीडियो फिल्म तथा मल्टीमीडिया सामग्री का निर्माण होता है।
- सिविल, इलेक्ट्रिकल तथा मेंटिनेन्स सम्बन्धी कार्यों के लिए एक कार्यशाला है।
- एक पुस्तकालय है जिसमें 10,000 से भी अधिक पुस्तकें और 75 पत्रिकाएँ हैं।
- एक सभागार है जिसमें 128 लोगों के बैठने की क्षमता है। दो व्याख्यान कक्ष हैं जिनमें 60 लोगों के बैठने की क्षमता है; संगोष्ठी कक्ष तथा पीए सिस्टम, ओवरहेड प्रोजेक्टर और रिकॉर्डिंग की सुविधाओं से सुसज्जित समिति गृह है।
- भूतल के उपकक्ष में प्रदर्शनी के लिए जगह है।
- एक छात्रावास है जो 15 दीर्घकालिक आगंतुकों तथा लगभग 25 अल्पकालिक आगंतुकों/ अभिविन्यास कार्यक्रमों के लिए आए सहभागियों को सुविधा प्रदान कर सकता है।
- एक कार्यालय है जिसमे प्रशासकीय सहायता हेतु स्थापन्य, लेखा, क्रय एवं सुरक्षा के लिए विभिन्न अनुभाग हैं।
इतिहास
संपादित करेंहोमी भाभा विज्ञान शिक्षा केन्द्र की उत्पत्ति 1960 के दशक के अंत में हुई, जब टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान के कुछ वैज्ञानिकों ने देश में विज्ञान शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने में रुचि दिखाई। इन वैज्ञानिकों ने अपनी स्वेच्छा से मुम्बई नगर निगम के स्कूलों तथा मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में शैक्षिक कार्यक्रम शुरू किए। जैसे-जैसे गतिविधियाँ बढ़ती गईं, एक ऐसी संस्था के सहयोग की ज़रूरत महसूस हुई जो व्यवस्थित रूप से क्षेत्र-परियोजनाओं को पूरा करे, विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में प्रासंगिक बुनियादी अनुसंधान करे और अच्छी शैक्षिक सामग्री प्रकाशित करे।
होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केन्द्र की स्थापना 1974 में टी.आई.एफ.आर. की घटक इकाई के रूप में सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के अनुदान से हुई। पहले सात वर्ष एच.बी.सी.एस.ई. को ट्रस्ट द्वारा वित्तीय सहयोग मिला; कालांतर में परमाणु ऊर्जा विभाग ने इसे टी.आई.एफ.आर के एक भाग के रूप में समर्थन दिया। एच.बी.सी.एस.ई. अब टीआईएफआर. के प्राकृतिक विज्ञान विद्यालय के अधीन एक राष्ट्रीय केन्द्र है जो विज्ञान और गणित शिक्षा में शोध एवं विकास हेतु समर्पित है।
अक्टूबर 1992 में एच.बी.सी.एस.ई. नाना चौक म्युनिसिपल स्कूल की अपनी अस्थायी स्थिति से अणुशक्ति नगर स्थित अपने नए परिसर में स्थानांतरित हुआ। परिसर में अच्छी बुनियादी सुविधाएँ और प्रशासनिक सेवाएँ उपलब्ध हैं। एच.बी.सी.एस.ई. स्टाफ भौतिकीय, जीवन तथा व्यावहारिक अनुशासनों का एक व्यापक स्पेक्ट्रम प्रदर्शित करता है।
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केन्द्र का जालघर
- https://web.archive.org/web/20100425202736/http://ehindi.hbcse.tifr.res.in/
- https://web.archive.org/web/20100411232131/http://nius.hbcse.tifr.res.in/
- https://web.archive.org/web/20150420024955/http://olympiads.hbcse.tifr.res.in/
- https://web.archive.org/web/20110721181127/http://asc2010.hbcse.tifr.res.in/