६-थायोडजी
परिचय
संपादित करेंवैज्ञानिकों ने कैंसर कोशिकाओं की जैविक घड़ी को नियंत्रित करने वाली अणु ६-थायोडजी की खोज की है।
विस्तार
संपादित करेंवैज्ञानिकों ने कैंसर कोशिकाओं की जैविक घड़ी को नियंत्रित करने वाली अणु ६-थायोडजी (en:6-thiodG) की खोज की घोषणा जनवरी 2015 के प्रथम सप्ताह में न्यूयार्क में की।
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास साउथवेस्टर्न मेडिकल सेंटर के प्रोफेसर जेरी शे के नेतृत्व में इस अणु की खोज की गई। वैज्ञानिकों के अनुसार, 6-थायोडजी (6-थायो-2-डीऑक्सीयूनोसाइन) का अणु कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोक सकता है। यह अणु एक विशेष प्रक्रिया को लक्ष्य करते हुए काम करता है। जैविक घड़ी कही जाने वाली इस प्रक्रिया के जरिए ही कोशिका की उम्र निर्धारित होती है। डीएनए संरचना टेलोमर्स के जरिए कोशिकाएं नियत समय पर खत्म होती रहती हैं। वहीं दूसरी ओर, कैंसर कोशिकाएं आरएनए प्रोटीन युम टेलोमेरास के कारण सामान्य प्रक्रिया से खत्म नहीं होती हैं और इस कारण कैंसर की गांठ बढ़ती है. यह नया अणु इस प्रक्रिया को बाधित कर सकता है। यह सामान्य कोशिकाओं को न्यूनतम साइड इफेक्ट पहुंचाते हुए कैंसर कोशिकाओं को लक्ष्य करता है। इसके साथ ही साथ 6-थायोडजी अणु कैंसर की गांठ को बढ़ने से रोकने में सहायक है और इसकी मदद से कैंसर के इलाज की नई पद्धति ईजाद की जा सकती है।