बैरकपुर विद्रोह नवंबर 1824 में बैरकपुर में अपने ब्रिटिश अधिकारियों के खिलाफ देशी भारतीय सिपाहियों का उदय था । यह घटना तब हुई जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी बंगाल के गवर्नर-जनरल विलियम एमहर्स्ट, प्रथम अर्ल एमहर्स्ट के नेतृत्व में प्रथम एंग्लो-बर्मी युद्ध (1824-1826) लड़ रही थी। [1]

10 जुलाई 1806 के वेल्लूर के तमिलनाडु वाले विद्रोह और 1824 के बैरकपुर की छावनी वाला सैनिक विद्रोह ईस्ट इंडिया कंपनी के विनाश का कारण बना और इस से ब्रिटिश क्राउन का सीधे भारत पर हस्तक्षेप हो गया उस समय के तत्कालीन कारण ही इस सैनिक विद्रोह का मूल कारण था जैसे: 1. हिंदू सिपाहियों को धार्मिक वस्त्र एवं तिलक पर प्रतिबंधित करना 2 मुस्लिम सिपाहियों को दाढ़ी ना रखने और ट्रिम करवा कर रखने के आदेश दिए जाना अन्य सभी कारण ही सैनिक विद्रोह के मूल कारण थे जिस वजह से तत्कालीन ब्रिटिश क्राउन प्रभावित हुआ।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Barrackpore Mutiny | Anglo-Burmese War | Britannica". www.britannica.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-11-01.