लंदन सम्मेलन १८३२ (London Conference of 1832) यूनान में स्थायी सरकार की स्थापना के लिए बुलाई गयी अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन था। तीन महान शक्तियों (ब्रिटेन, फ़्रान्स और रूस) के मध्य इस बात पर आम सहमति बनी कि बवेरिया के राजकुमार के अधीन यूनान का राज्य स्थापित किया गया। अगले वर्ष कांस्टेंटिनोपल की संधि में इस निर्णय की पुष्टि हुई। यह संधि अक्केरमैन कन्वेंशन के पश्चात हुई जो पहले ही बाल्कन, सर्बिया राज्य की संप्रभूता जैसे प्रादेशिक समझौते करवाकर पहचान बना चुका था।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. वितेव, प्लामेन; पर्वेव, इवान; बारामोवा, मारिया; रचेवा, वनिया (जून 2010), Empires and Peninsulas: Southeastern Europe between Karlowitz and the Peace of Adrianople, 1699–1829, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-3-643-10611-7, मूल से 12 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 3 जनवरी 2019