1926 बिन्नी मिल्ज़ हड़ताल

1926 बिन्नी मिल्ज़ हड़ताल एक सर्वजनिक हड़ताल थी जो कि बेंगलोर वूलन, कॉटन और सिल्क मिल्ज़, जिसे आम भाषा में बिन्नी मिल्ज़ कहा जाता है, में 1926 में हुई थी।[1] इस हड़ताल को भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम का एक हिस्सा माना जाता है।

1925 में मैसूर राज्य ने 1914 के फ़ैक्ट्री कानून में संशोधन किया जिसके अनुसार कार्य समय में कमी, वेतन में बढ़ोत्री और बहतर कार्य वातावरण की सिफ़ारिश की गई थी। इससे फ़ैक्ट्री मज़दूरों में असन्तोष की भावना उत्पन्न हुई।

  1. Kumar, N Vinoth (25 February 2013). "When Madras was the epicentre for labour movement". द न्यु इंडियन एक्सप्रेस. मूल से 25 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 अप्रैल 2016.