१९९० का दशक (अक्सर निब्बे का दशक भी कहा जाता है) से आशय १ जनवरी १९९० से लेकर ३१ दिसम्बर १९९९ तक के कालखण्ड से है। इसे "शीत-युद्ध के पश्चात् के दशक" के रूप में जाना जाता है। इसे सामान्यतः १९८९ की क्रांतियों से आरम्भ मानकर सन् २००१ के 11 सितम्बर के हमले तक के मध्य के समय के रूप में माना जाता है।[1] इसके शुरूआत में सोवियत संघ के विघटन के साथ उसका महाशक्ति की क्षमता समाप्त हो गयी और बहुध्रुवीय विश्व का अंत हो गया एवं इससे पश्चिम विरोधी भावना (पाश्चात्य संस्कृति और सभ्यता के विरोधी भावना) का उदय हुआ। चीन इस समय तक राजनैतिक और आर्थिक अशांति के दौर से गुजर रहा था।[2] इससे संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व में अकेला महाशक्ति बन गया जिससे विभिन्न पाश्चात्य देशों में शान्ति और समृद्धि आ गयी। इसी दशक में विश्व जनसंख्या 5.3 अरब से बढ़कर 6.1 अरब हो गयी।[3]

  1. The Nineties, A Book by Chuck Klosterman, pg. 132
  2. Lovell, Julia (15 October 2022). "The 1980s Are Buried but Not Dead in China". Foreign Policy (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-03-09.
  3. "World Population Growth Rate 1950-2022".

बाहरी कड़ियाँ

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