रजनीश भगत विकिपीडिया के इस ज्ञानवर्धक परियोजना में सक्रिय सदस्य है। ज्ञान के प्रचार प्रसार में हमेशा तत्पर रहते है। ये विभिन्न हिन्दी भाषी अखबारों में नवोन्मुख स्तंभकार भी है। रजनीश को लेखन में ज्यादा वक्त नहीं हुआ है लेकिन उनके भीतर पल रहे शब्दों की उम्र बहुत हो चुकी है। इतनी कि अब वे शब्द जज्बे का रूप ले चुके है।