प्रवीण साहनी

Praveensahni

प्रवीण साहनी


समाचार प्लस न्यूज चैनल

जन्म 1981
गाजियाबाद
राष्ट्रीयता भारतीय
व्यवसाय एक्जीक्यूटिव एडिटर, समाचार प्लस

प्रवीण साहनी (जन्म 1 सितम्बर, 1981) पत्रकारिता जगत का जाना-माना नाम और चेहरा हैं। प्रवीण साहनी मौजूदा वक्त में समाचार प्लस न्यूज चैनल में कार्यकारी संपादक के पद पर हैं और बहुचर्चित क्राइम शो ‘वांटेड’ को प्रस्तुत करते हैं। प्रवीण साहनी का जन्म गाजियाबाद में हुआ और वहीं रहकर उन्होंने कंप्यूटर साइंस से बी-टेक में स्नातक किया। प्रवीण साहनी ने कंप्यूटर साइंस से बी-टेक तो किया, लेकिन उनके अंदर देश, समाज में बढ़ रहे अपराधों को कम करने का जुनून सवार था, लिहाजा उन्होंने इंजीनियरिंग क्षेत्र में अपने स्वर्णिम भविष्य को त्याग कर पत्रकारिता में कदम रखा। प्रवीण साहनी के देश और समाज के लिए कुछ कर गुजरने वाले सफल 10 साल गुजरने के बाद आज उनका नाम मीडिया जगत के नामी पत्रकारों में गिना जाता है।

प्रारंभिक जीवन और परिवार संपादित करें

प्रवीण साहनी का बचपन और स्कूली शिक्षा डीएवी गाजियाबाद में हुई। इनके घर में माता -पिता, दो छोटे भाई, पत्नि और एक बेटी है।

कैरियर और सफलताएं संपादित करें

प्रवीण साहनी ने अपनी पत्रकारिता सफर की शुरुआत एनएनआई न्यूज एजेंसी से की और सालों तक वहां अपनी सेवाएं देते हुए एडिटर के पद पर पहुंचे। प्रवीण ने निष्पक्ष व निडर पत्रकारिता को बखूबी आगे बढ़ाया। इन्होंने सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले चर्चित शो ‘क्राइम पेट्रोल’ में एक साल से ज्यादा समय तक अपराध जगत की कई बड़ी सनसनीखेज कहानियों पर काम किया। इसके बाद प्रवीण ने पुलिस के काम के प्रति लोगों की नाराजगी पर भड़ास4पुलिस नाम से एक वेबसाइट भी लॉन्च की। और महज कुछ ही दिनों में ये वेबसाइट राज्यों के पुलिस महकमें में चर्चा का विषय बन गई। मौजदूा समय में प्रवीण उत्तर प्रदेश राज्य के सबसे कामयाब न्यूज चैनल ‘समाचार प्लस’ में बतौर एक्जीक्यूटिव एडिटर के पद पर विराजमान हैं और तीन साल से अपनी सेवाएं चैनल को दे रहे हैं, इनके दिशा-निर्देशन से समाचार प्लस खबरों के जगत में खासकर सूबे में सफलता के झंडे गाड़ चुका है। इसके साथ ही उन्होंने फरार अपराधियों पर शिकंजा कसने और उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने के मकसद से सच्ची कहानियों पर आधारित देश का सबसे बड़ा क्राइम शो ‘वांटेड’ शुरू किया। प्रवीण का ये शो अब उत्तर प्रदेश में एक मुहिम की शक्ल ले चुका है। इसी का नतीजा है कि अब तक कई खूंखार अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। जिनमें 50 हजार के इनामी मोनू पहाड़ी से लेकर 85 हजार के इनामी सुरेंद्र सिंह धारा शामिल हैं।

12 जुलाई 2015 को प्रवीण साहनी को उनके मेहनती, डेडिकेशन और भारत को अपराध-मुक्त देश बनाने की मुहिम के लिए निर्मल पांडे मेमोरियल अवार्ड 2015 से सम्मानित किया गया। नई दिल्ली के श्रीराम सेंटर ऑडिटोरियम में आफ्टा आर्ट फेस्टिवल समारोह आयोजित हुआ, जहां समाचार प्लस के कार्यकारी संपादक प्रवीण को पत्रकारिता में सरहानीय योगदान के लिए निर्मल पांडे मेमोरियल अवार्ड 2015 से नवाजा गया।

व्यक्तिगत विचार संपादित करें

प्रवीण साहनी का पत्रकारिता में अब तक का सफर बेहद शानदार रहा है, उन्होंने अपने जीवन में जो सोचा उसको करके दिखाया । उसी का नजीता है आज प्रवीण साहनी एक सफल और प्रतिष्ठत पत्रकार हैं। प्रवीण साहनी आज जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, वहां पहुंचने में उन्होंने कड़ी मेहनत ही है। मेहनत कितनी भी क्यों न लगे, राह कितना भी मुश्किल क्यों न हो...प्रवीण साहनी का बस एक ही सपना है- अपराध मुक्त भारत बनाना...और प्रवीण का जुनून भी बस यही है।