स्वागत!  नमस्कार डॉ.हरेराम सिंह जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।

--डॉ.हरेराम सिंह की पुस्तकें:[1]ओबीसी साहित्य का दार्शनिक आधार (2015)किशोर विद्या निकेतन-वाराणसी, ISBN:978-93-84299-51-4[2] हिंदी आलोचना का बहुजन दृष्टिकोण (2016)किशोर विद्या निकेतन आ वाराणसी ,ISBN:978-93-94299-52-1[3]हिंदी आलोचना का प्रगतिशील पक्ष [2017]त्रिवेणी प्रकाशन,डेहरी ऑन सोन,डालमियानगर,ISBN:978-81-922399-1-0[4]हिंदी आलोचना का जनपक्ष(2019)किशोर विद्या निकेतन -वाराणसी, ISBN:978-81-940152-7-7[5]डॉ.राजेन्द्र प्रसाद सिंह की वैचारिक,संस्मरण एवं साक्षात्कार (2019)सम्यक प्रकाशन-नई दिल्ली, ISBN:978-81-940732-8-4[6]डॉ.लालन प्रसाद सिंह:जीवन और साहित्य (2016),किशोर विद्या निकेतन वाराणसी,ISBN:978-93-84299-43-9[7]हाशिए का चाँद (2018),किशोर विद्या निकेतन वाराणसी,ISBN:978-81-937042-1-9[8]रात गहरा गई है!(2019),किशोर विद्या निकेतन -वाराणसी,ISBN:978-81-940152-8-4[9]अधूरी कहानियाँ (2018)किशोर विद्या निकेतन -वाराणसी,ISBN:978-81-937042-0-2[10]टुकड़ों में मेरी जिंदगी (2018),किशोर विद्या निकेतन-वाराणसी,ISBN:978-81-937042-2-6[]नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 12:10, 12 अक्टूबर 2019 (UTC)उत्तर दें

 

नमस्कार, आपके द्वारा बनाए पृष्ठ विकिपीडिया:इस सप्ताह का सुधार हेतु लेख/2022/39 को विकिपीडिया पर पृष्ठ हटाने की नीति के मापदंड व2 के अंतर्गत शीघ्र हटाने के लिये नामांकित किया गया है।

व2 • परीक्षण पृष्ठ

इसमें वे पृष्ठ आते हैं जिन्हें परीक्षण के लिये बनाया गया है। यदि आपने यह पृष्ठ परीक्षण के लिये बनाया था तो उसके लिये प्रयोगस्थल का उपयोग करें। यदि आप विकिपीडिया पर हिन्दी टाइप करना सीखना चाहते हैं तो देवनागरी में कैसे टाइप करें पृष्ठ देखें।

यदि यह पृष्ठ अभी हटाया नहीं गया है तो आप पृष्ठ में सुधार कर सकते हैं ताकि वह विकिपीडिया की नीतियों पर खरा उतरे। यदि आपको लगता है कि यह पृष्ठ इस मापदंड के अंतर्गत नहीं आता है तो आप पृष्ठ पर जाकर नामांकन टैग पर दिये हुए बटन पर क्लिक कर के इस नामांकन के विरोध का कारण बता सकते हैं। कृपया ध्यान रखें कि शीघ्र हटाने के नामांकन के पश्चात यदि पृष्ठ नीति अनुसार शीघ्र हटाने योग्य पाया जाता है तो उसे कभी भी हटाया जा सकता है।

--SM7--बातचीत-- 13:46, 20 अक्टूबर 2022 (UTC)उत्तर दें

डॉ.हरेराम सिंह पृष्ठ को शीघ्र हटाने का नामांकन संपादित करें

 

नमस्कार, आपके द्वारा बनाए पृष्ठ डॉ.हरेराम सिंह को विकिपीडिया पर पृष्ठ हटाने की नीति के मापदंड ल2 के अंतर्गत शीघ्र हटाने के लिये नामांकित किया गया है।

ल2 • साफ़ प्रचार

इसमें वे सभी पृष्ठ आते हैं जिनमें केवल प्रचार है, चाहे वह किसी व्यक्ति-विशेष का हो, किसी समूह का, किसी प्रोडक्ट का, अथवा किसी कंपनी का। इसमें प्रचार वाले केवल वही लेख आते हैं जिन्हें ज्ञानकोष के अनुरूप बनाने के लिये शुरू से दोबारा लिखना पड़ेगा।

यदि आप इस विषय पर लेख बनाना चाहते हैं तो पहले कृपया जाँच लें कि विषय उल्लेखनीय है या नहीं। यदि आपको लगता है कि इस नीति के अनुसार विषय उल्लेखनीय है तो कृपया लेख में उपयुक्त रूप से स्रोत देकर उल्लेखनीयता स्पष्ट करें। इसके अतिरिक्त याद रखें कि विकिपीडिया पर लेख ज्ञानकोष की शैली में लिखे जाने चाहियें।

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  αѵίɾαʍ7 ([ʆεt'ς tαʆƘ🇮🇳])← 12:33, 23 अक्टूबर 2022 (UTC)उत्तर दें

डॉ.हरेराम सिंह, कवि व आलोचक संपादित करें

डॉ.हरेराम सिंह

लेखक : डॉ. हरेराम सिंह  ख्यातिप्राप्त कवि, आलोचक, कहानीकार व उपन्यासकार हैं।

जन्म : बिहार के रोहतास जिला अन्तर्गत काराकाट प्रखंड के करुप ईंगलिश गाँव में 30 जनवरी 1988 ई. को , पितामह लाल मोहर सिंह कुशवंशी के घर हुआ। पिता राम विनय सिंह व माँ तेतरी कुशवंशी संपन्न किसान हैं।

शिक्षा : प्रारंभिक व माध्यमिक स्तर की शिक्षा गाँव पर रह कर हुई। इंटरमीडिएट व स्नातक (प्रतिष्ठा) की शिक्षा अनजबित सिंह कॉलेज बिक्रमगंज, रोहतास से हुई। इन्होंने नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना से एम.ए.(हिंदी) तथा वीरकुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा से पीएच.डी. की मानद उपाधि प्राप्त की ।

प्रकाशित काव्य-संग्रह : हाशिए का चाँद , रात गहरा गई है ! , पहाडों के बीच से , मैं रक्तबीज हूँ !, चाँद के पार आदमी , रोहतासगढ़ के पहाड़ी बच्चे , रात के आखिरी पहर तक , नीम की पत्तियों से उतरती चाँदनी , मुक्ति के गीत , बुद्ध तड़पे थे यशोधरा के लिए!, मेरे गीत याद आयेंगे , इतिहास  के पन्ने ,जामुन का पेड़ , जड़ से काटी गई स्त्री, वैशाली की पूनो, समय से संवाद करता युग।

आलोचना-ग्रंथ: ओबीसी साहित्य का दार्शनिक आधार , डॉ.ललन प्रसाद सिंह:जीवन और साहित्य , हिंदी आलोचना का बहुजन दृष्टिकोण , हिंदी आलोचना का प्रगतिशील पक्ष , हिंदी आलोचना का जनपक्ष , डॉ. राजेंद्र प्रसाद सिंह की वैचारिकी,  संस्मरण एवं साक्षात्कार , आधुनिक हिंदी साहित्य और जन संवेदनाएँ , किसान जीवन की महागाथा : गोदान और छमाण आठगुंठ , समकालीन सच:संदर्भ साहित्य और समाज , डॉ.ललन प्रसाद सिंह का जीवन, दर्शन तथा लेखन, ओबीसी साहित्य की आलोचना-पद्धति , डॉ.गोवर्धन सिंह की आलोचना-दृष्टि ।

आत्मकथात्मक उपन्यास : टुकड़ों में मेरी जिंदगी , अनजान नदी, डायरी के अंतिम पन्ने ।  

कहानी- संग्रह: अधूरी कहानियाँ , कनेर के फूल, सोनम की कथा ।

विविध : लोकतंत्र में हाशिए के लोग , कुशवाहा-वंश का इतिहास ।

संपादन: डॉ.राजेंद्र प्रसाद सिंह: नए साहित्य और इतिहास की खोज , सीडी सिंह: साहित्यिक-सामाजिक शख्सियत , गोवर्धन सिंह का बहुआयामी व्यक्तित्व ।

'गोदान और छह बीघा ज़मीन का तुलनात्मक अध्ययन' विषय पर शोध-कार्य।

सम्मान: फारवर्ड प्रेस साहित्य व पत्रकारिता सम्मान-2013 , साहित्य साधना सम्मान2020 , अशोक रत्न सम्मान-2021, डॉ.अभय साहित्य पुरस्कार-2021, कविवर पोद्दार रामावतार 'अरुण' सम्मान-2023, डॉ. राम प्रसाद सिंह अन्तरराष्ट्रीय साहित्य पुरस्कार (हिन्दी)-2023 , आचार्य रामचंद्र शुक्ल सम्मान-2023 से सम्मानित।

Udipti Bharti (वार्ता) 06:29, 13 मई 2024 (UTC)उत्तर दें