अंग प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों में से एक था। इसका सर्वप्रथम उल्लेख अथर्ववेद में मिलता है। बौद्ध ग्रंथो में अंग और वंग को प्रथम आर्यों की संज्ञा दी गई है। महाभारत के साक्ष्यों के अनुसार आधुनिक बलिया, उत्तर प्रदेश का क्षेत्र अंगप्रदेश का क्षेत्र है।[1] अंग प्रदेश और अंग जनपद दोनों अलग-अलग स्थान है। जनपद वाले अंग की राजधानी चम्पापुरी हुआ करती थी। [क] यह जनपद मगध के अंतर्गत था। प्रारंभ में इस जनपद के राजाओं ने ब्रह्मदत्त के सहयोग से मगध के कुछ राजाओं को पराजित भी किया था किंतु कालांतर में इनकी शक्ति क्षीण हो गई और इन्हें मगध से पराजित होना पड़ा।[2]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "महाभारत के साक्ष्यों के अनुसार आधुनिक बलिया, उत्तर प्रदेश का क्षेत्र महादानी कुन्ती पुत्र अंगराज कर्ण की पावन धरती अंगप्रदेश का क्षेत्र है।". www.balliaexpress.in. अभिगमन तिथि 2019-11-02.
  2. नाहर, डॉ रतिभानु सिंह (1974). प्राचीन भारत का राजनीतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास. इलाहाबाद: किताबमहल. पृ॰ 111-112.