अखिलेश यादव
अखिलेश यादव (जन्म: 1 जुलाई 1973) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो उत्तर प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री रह चुके हैं।[1] इससे पूर्व वे लगातार तीन बार सांसद भी रह चुके हैं। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के पुत्र अखिलेश ने 2012 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में अपनी पार्टी का नेतृत्व किया। उनकी पार्टी को राज्य में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद, 15 मार्च 2012 को उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। 2022 विधान सभा चुनाव में करहल सीट से मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रो.सत्यपाल सिंह बघेल को हराकर पहली बार विधायक बने और आजमगढ़ लोकसभा सदस्य से इस्तीफा दे दिया।
अखिलेश यादव | |
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अखिलेश यादव | |
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री
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पद बहाल 15 मार्च 2012 – 19 मार्च 2017 | |
पूर्वा धिकारी | मायावती |
उत्तरा धिकारी | योगी आदित्यनाथ |
जन्म | 1 जुलाई 1973 जनपद इटावा, उत्तर प्रदेश |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | समाजवादी पार्टी |
जीवन संगी | डिम्पल यादव |
संबंध | मुलायम सिंह यादव (पिता) राम गोपाल यादव (चाचा) शिवपाल सिंह यादव (चाचा) |
बच्चे | अदिति व टीना (पुत्री) और अर्जुन (पुत्र) |
निवास | ग्राम सैफई, जनपद इटावा, उत्तर प्रदेश, भारत |
शैक्षिक सम्बद्धता | मैसूर विश्वविद्यालय |
पेशा | राजनेता |
जालस्थल | www |
अखिलेश यादव वर्तमान में लोकसभा सदस्य है
अखिलेश यादव 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं। उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार सुब्रत पाठक को लगभग 1.7 लाख वोटों के अंतर से हराया। इस सीट पर अखिलेश यादव का पुराना जुड़ाव है, और यह समाजवादी पार्टी का एक प्रमुख गढ़ माना जाता है।संक्षिप्त जीवनी[2]
अखिलेश यादव का जन्म 1 जुलाई 1973 को इटावा जिले के सैफई गाँव में समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी मालती देवी के यहाँ हुआ। अखिलेश शाकाहारी हैं।[3] इनका विवाह डिम्पल यादव के साथ 24 नवंबर 1999 को हुआ था।
शिक्षा
संपादित करेंअखिलेश ने राजस्थान मिलिट्री स्कूल धौलपुर से शिक्षा प्राप्त की एवं फिर आगे की पढाई विदेश से पूर्ण की ![4][5][6]
राजनीति में भागीदारी
संपादित करेंअखिलेश ने मई 2009 के लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी एस०पी०एस० बघेल को 67,301 मतों से हराकर सफलता प्राप्त की। इसके अतिरिक्त वे कन्नौज से भी जीते। बाद में उन्होंने फिरोजाबाद सीट से त्यागपत्र दे दिया और कन्नौज सीट अपने पास रखी।[7][8][9][10]
मुख्यमन्त्री के रूप में
संपादित करेंमार्च 2012 के विधान सभा चुनाव में 224 सीटें जीतकर मात्र 38 वर्ष की आयु में ही वे उत्तर प्रदेश के सबसे युवा 33वें मुख्यमन्त्री बन गये। जुलाई 2012 में जब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने उनके कार्य की आलोचना करते हुए व्यापक सुधार का सुझाव दिया तो जनता में यह सन्देश गया कि सरकार तो उनके पिता और दोनों चाचा चला रहे हैं, अखिलेश नहीं जबकि ऐसा न होते हुए मुलायम सिंह हमेशा सुझाव देते थे।[11]
उनकी सरकार को दूसरा झटका तब लगा जब एक आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को निलम्बित करने पर चारों ओर से उनकी आलोचना हुई। जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें नागपाल को बहाल करना पड़ा।[12][13] 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों में 43 व्यक्तियों के मारे जाने व 93 के घायल होने पर कर्फ्यू लगाना पड़ा तथा सेना ने आकर स्थिति पर काबू किया। मुस्लिम व हिन्दू के बीच हुए इस भयंकर दंगे से उनकी सरकार की बड़ी किरकिरी हुई।[14][15]
अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे बनवाया, जो भारत का सबसे आधुनिक एक्सप्रेस वे है। यादव ने उ.प्र. में "यू.पी.100 पुलिस सेवा" और "108 एंबुलेन्स फ्री सेवा" शुरू की महिलाओं क्वे लिए 1090 सुविधा दी। उनके कार्यकाल में लखनऊ मैट्रो रेल, लखनऊ इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, जनेश्वर मिश्र पार्क (एशिया का सबसे बड़ा पार्क)[16], जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर, लखनऊ- बलिया समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 2 । इन्होनें कार्यकाल में प्रदेश में युवाओ को बड़ी मात्रा में लैपटाॅप वितरण किये गये। 2022 में करहल विधान सभा से चुनाव लड़े, जीत कर पहली बार विधान सभा पहुंचे, और वर्तमान में लोकसभा के सदस्य है। [17]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "अखिलेश यादव बने यूपी के सबसे युवा मुख्यमंत्री". आज तक. मूल से 14 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ Bharatvarsh, TV9 (2024-06-04). "कन्नौज लोकसभा चुनाव 2024 परिणाम: कन्नौज से जीते सपा प्रमुख अखिलेश यादव, BJP के सुब्रत पाठक को 1 लाख 70 हजार वोटों से हराया". TV9 Bharatvarsh. अभिगमन तिथि 2024-12-09.
- ↑ "अखिलेश यादव ने पूछा- सीएम हाउस की शुद्धि करा क्या जताना चाहते हैं योगी आदित्यनाथ, मैं हिंदू नहीं हूं?". जनसत्ता. मूल से 2 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ "Akhilesh Yadav : Man who won UP Elections 2012 for Samajwadi Party". मूल से 9 मार्च 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 मार्च 2012.
- ↑ "Shri Akhilesh Yadav: Profile". Government of India. मूल से 10 मार्च 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मार्च 2010.
- ↑ [1]
- ↑ Pradhan, Sharat (12 नवम्बर 2009). "Analysis: Why Dimple came a cropper in UP bypoll". Redith casff. अभिगमन तिथि 7 मार्च 2010.
- ↑ SARIN, RITU; AMITAV RANJAN (14 दिसम्बर 2008). "Law Minister at the wheel in CBI's U-turn on Mulayam case". Indian Express. अभिगमन तिथि 14 दिसम्बर 2008.
- ↑ "Probe UP CM's money: SC to CBI". CNN-IBN. मूल से 7 मार्च 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मार्च 2010.
- ↑ नयी उम्मीदों का युवराज अखिलेश यादव, लेखक-अविजित सूर्यवंशी, रूपांतरण-अशोककुमार शर्मा (2012) डायमंड बुक्स, नयी दिल्ली
- ↑ "Mulayam Yadav pulls up son Akhilesh's govt". Indian Express. 1 अगस्त 2012. अभिगमन तिथि 26 सितम्बर 2013.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 1 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 सितंबर 2013.
- ↑ "IAS body: Revocation of Durga Shakti Nagpal's suspension a delayed decision". Indian Express. 23 सितंबर 2013. अभिगमन तिथि 26 सितम्बर 2013.
- ↑ http://timesofindia.indiatimes.com/india/Muzaffarnagar-clashes-UP-on-edge-Akhilesh-govt-struggles-to-contain-riots/articleshow/22440056.cms
- ↑ Ahmed Ali Fayyaz (2013-09-08). "9 killed in communal riots in Muzaffarnagar, curfew clamped, army deployed". द इंडियन एक्सप्रेस. अभिगमन तिथि 2013-09-26.
- ↑ "जानिए जनेश्वर मिश्र पार्क कैसे बनेगा एशिया का सबसे खूबसूरत पार्क!". पत्रिका.
- ↑ Ahmed Ali Fayyaz. "9 killed in communal riots in Muzaffarnagar, curfew clamped, army deployed". द इंडियन एक्सप्रेस.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- समाजवादी पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट
पूर्वाधिकारी मायावती |
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री १५ मार्च २०१२ - वर्तमान |
उत्तराधिकारी पदस्थ |