अज़ीमुल्ला खां

भारतीय क्रांतिकारी

अजीमुल्ला खान यूसुफजई: (17 सितंबर 1830 - 18 मार्च 1859), जिन्हें दीवान अजीमुल्ला खान के नाम से भी जाना जाता है, मराठा पेशवा नाना साहेब द्वितीय का सचिव और बाद में प्रधान मंत्री (इसलिए दीवान उपसर्ग ) नियुक्त किया गया था। अजीमुल्ला खान 1857 के भारतीय विद्रोह में शामिल थे इस लिए उन्हें क्रांतिकारी अज़ीमुल्लहा खां भी कहा जाता है।[1] [2]

आरंभिक जीवन

संपादित करें

अज़ीमुल्ला को अपनी मां के साथ 1837-38 के अकाल से एक भूखे मुस्लिम लड़के के रूप में बचा लिया गया, जब उन्हें कानपुर में एक मिशन पर आश्रय प्रदान किया गया। वहां उन्होंने अंग्रेजी, ही नहीं फ्रेंच भी सीखी, जो 19 वीं सदी में एक भारतीय के लिए कोई छोटी उपलब्धि नहीं।अजीमुल्लाह खान का परिवार वर्ष 1837-38 के अकाल में प्रभावित हुआ था. जिसके कारण उन्हें उनकी माँ के साथ कानपुर में एक मिशन में आश्रय लेना पड़ा था. जहाँ अजीमुल्लाह खान ने प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की. वहीं पर उन्होंने अंग्रेजी और फ्रेंच भाषा का ज्ञान प्राप्त किया. जिसके बाद मौलवी निसार अहमद से फारसी, उर्दू और पंडित गजानन मिश्र से हिंदी और संस्कृत भाषा भी सीखी जो 19वीं सदी में एक भारतीय के लिए एक उपलब्धि थी।[3]

लोकप्रिय संस्कृति में

संपादित करें

2005 की फिल्म मंगल पांडे: द राइज़िंग में अजीमुल्ला खान की भूमिका अभिनेता शाहबाज़ खान ने निभाई थी।

  1. Seth, Akshat (2023-04-04). "अजीमुल्लाह खान: 1857 के क्रांतिदूत और नाना साहब के वकील". The Credible History (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-09-25.
  2. Ahamed, Syed Naseer (2022-10-26). "Azimullah Khan: Strategist in First War of Independence". The Siasat Daily (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-09-25.
  3. https://books.google.com/books?id=vnJ0MwbAsEAC&dq=azimullah+khan+yusufzai&pg=PA16