अथमलगोला प्रखण्ड (पटना)
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अथमलगोला पटना, बिहार का एक प्रखण्ड है।
अथमलगोला | |||
— प्रखण्ड — | |||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||
देश | भारत | ||
राज्य | बिहार | ||
ज़िला | पटना | ||
आधिकारिक भाषा(एँ) | हिन्दी, मगही, मैथिली, भोजपुरी, अंगिका, उर्दु, अंग्रेज़ी | ||
विभिन्न कोड
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आधिकारिक जालस्थल: http://patna.bih.nic.in/ |
भूगोल
संपादित करेंअथमलगोला पटना से 56 किलोमीटर पूर्व में स्थित है।..अथमलगोला प्रखंड अथमलगोला बाजार के पास एनएच 31 के बगल में उत्तर दिशा की ओर स्थित है।..प्रखंड मुख्यालय से उत्तर में पावन गंगा नदी बहती है।..गंगा नदी के करीब ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है।..जबकि दक्षिण में एनएच 31 है।..मुख्यालय से मात्र 200 मीटर की दूरी पर जयप्रकाश हॉल्ट महुली है।..जहां पटना से मोकामा की ओर जाने वाली सभी लोकल ट्रेनो का ठहराव है।.. और अगर कोई पटना से एक्सप्रेस ट्रेन से यहां आना चाहे तो वह बख्तियारपुर जंक्शन उतर कर अथमलगोला बाजार के लिए ऑटो से आया जा सकता है।.. और अगर कोई मोकामा से लोकल ट्रेन से आना चाहे तो जय प्रकाश हॉल्ट उतर कर प्रखंड मुख्यालय आ सकता है।..लेकिन अगर कोई मोकामा से एक्सप्रेस ट्रेन से आना चाहे तो वह बाढ़ स्टेशन पर उतर कर फिर ऑटो से अथमलगोला बाजार उतर कर प्रखंड मुख्यालय जा सकता है।.. आवागमन के मामले में यहां ट्रेन और बस दोनो की सुविधा है।..साथ ही कुछ ही दुरी पर अथमलगोला थाना और स्टेट बैंक भी मौजूद है।.. यहां पर एक सरकारी पशु चिकित्सा केन्द्र भी है।.. शिक्षा की दृष्टिकोण से भी यहां प्राइमरी स्कूल से लेकर इंटर तक के विधालय मौजूद हैं।..और उच्च शिक्षा के लिए बाढ़ और बख्तियारपुर में महाविधालय स्थित है।..शिक्षा के मामले में यह क्षेत्र काफी विकसित है।..वही अगर यहां के जमीन की बात की जाए तो वह बहुत उपजाऊ है।...यहां पर मुख्यत: तीन प्रकार की मिट्टी है।.. रेलवे लाइन से दक्षिण की जमीन केवाल मिट्टी है।..जिसे टाल की एरिया कहा जाता है।..टाल को दाल का कटोरा भी कहा जाता है।.. जबकि गंगा की उत्तर की मिट्टी बलुई है।..जिसमें परवल की खेती पड़े पैमाने पर किसान करते हैं।.. वहीं गंगा से दक्षिण और रेलवे लाइन से उत्तर की बीच में जो मिट्टी पाई जाती है वह ... मकई, गेहूं और सब्जी के लिए खाफी उपयुक्त है।..ए मिट्टी धुसरित है।..यहां लोग काफी महनती होते हैं ... एही वजह है कि जायदातर लोग यहां खुशहाल हैं।..जहां तक यहां के लोगों के शारीरिक बनावट का सवाल है तो ये लोग लंबे चौड़े, गोरे...और मजबूत कद काठी के होते हैं।...जहां तक राजनीति की बात की जाए तो यहां के लोग काफी सजग हैं।..अथमलगोला प्रखंड बाढ़ विधानसभा में आता है।..पहले ए बाढ़ लोकसभा में पड़ता था।..लेकिन परीसिमन के बाद बाढ़ लोकसभा क्षेत्र को समाप्त कर मुंगेर बना दिया गया।...अथमलगोला प्रखंड का एरिया, बाढ़ विधानसभा और मुंगेर लोकसभा क्षेत्र फारवर्ड बहुल एरिया है।..इस कड़ी में राजपुत, भूमिहार, ब्राह्मण हैं।.. वहीं दलित, महादलित, अल्पसंख्य, बैकवर्ड वर्ग के लोगों की भी अच्छी खासी संख्या है।..लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि सभी लोगों में भाई चारा है।... जो की यहां की सबसे बड़ी पूंजी है।...
जनसांख्यिकी
संपादित करेंयातायात
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संपादित करेंशिक्षा
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