अनडुलेटर (undulator) एक युक्ति है जो सिन्क्रोट्रान भण्डारण वलय में 'इन्सर्सन डिवाइस' के रूप में लगायी जाती है।इसमें द्विध्रुवी चुम्बक की आवर्ती संरचना होती है जो समय के साथ अपरिवर्ती (स्टैटिक) होती है। अनडुलेटर की लम्बाई की दिशा में चलने पर चुम्बकीय क्षेत्र तरंगदैर्घ्य से प्रत्यावर्ती होता है (अपनी दिशा बदलता है)। अतः अनडुलेतर के भीतर के इस चुम्बकीय क्षेत्र से होकर जाने वाला इलेक्ट्रान दोलन करने के लिये बाध्य होता है और ऊर्जा का विकिरण करता है।

अनडुलेटर का योजनामूलक चित्र
अनडुलेटर

अनडुलेटर द्वारा उत्पन्न विकिरण अत्यन्त तीक्ष्ण (intense) तथा एक पतली (नैरो) ऊर्जा बैण्ड के आस-पास केन्द्रित होता है। यह विकिरण इलेक्ट्रानों के कक्षीय समतल पर समांतरित (collimated) भी होता है। इस विकिरण को प्रयोगों के लिये अपने स्थान पर ले जाने के लिये बीमलाइनों से होकर ले जाया जाता है।

अनडुलेटर की क्षमता निम्नलिखित प्राचल से व्यक्त होती है:

इन्हें भी देखें

संपादित करें