अनन्त सिंह
अनन्त लाल सिंह (01 दिसम्बर १९०३ - २५ जनवरी १९७९) क्रांतिकारी सूर्यसेन के विश्वसनीय साथी थे। अंग्रेजी पुलिस व सेना के चटगांव स्थित शस्त्रागार को सफलता पूर्वक लूटने में अनन्त सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने ही इस योजना के लिए हथियार जुटाए थे।
अनन्त सिंह | |
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जन्म |
01 दिसम्बर 1903 चटगाँव बंगाल (अब बांग्लादेश में) |
मौत |
25 जनवरी 1979 | (उम्र 75 वर्ष)
राष्ट्रीयता | Indian |
पेशा | क्रान्तिकारी |
अनन्त सिंह इस ऑपरेशन में पुलिस शस्त्रागार को लूटने हेतु गणेश घोष के प्रमुख सहायक थे । ऑपरेशन चटगांव सफल होने के बाद दल के कुछ साथी गिरफ्तार किए जा चुके थे। पकड़े गए साथियों में से पुलिस को बयान भी दे दिए थे। गिरफ्तार हुए साथियों का मनोबल बढ़ाने के लिए सूर्यसेन के निर्देशानुसार अनन्त सिंह ने दिनांक 28 जून 1930 को कलकत्ता के इंस्पेक्टर जनरल पुलिस के समक्ष समर्पण किया व जेल में अपने साथियों का मनोबल बढ़ाया। जिन साथियों ने पहले पुलिस को बयान दिए थे उन्होंने अपने बयान बदल दिए । अनन्त सिंह को भी पुलिस ने यातनाएं दी पर क्रांतिवीर ने दल का कोई भेद नहीं दिया।
सन्दर्भ
संपादित करेंइन्हें भी देखें
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