जब त्वचा में खोखली सुई चुभोकर पिचकारी (सिरिंज) की सहायता से शरीर के भीतर कोई द्रव प्रविष्ट कराया जाता है तो उसे सुई लगाना कहते हैं। सुई से प्रविष्ट कराये गये द्रव का असर केवल स्थानीय न होकर उस पूरी प्रणाली में असर करता है।

सुई लगाने का एक दृष्य

वस्तुत: सुई लगाने की कई विधियाँ हैं। जैसे इन्ट्राडर्मल (intradermal), सबक्यूटैनिअस (ubcutaneous), मांसपेशियों में (intramuscular), नसों या शिराओं में (intravenous) इत्यादि।

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बाहरी कड़ियाँ

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