अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान

निर्देशांक: 19°02′57″N 72°54′53″E / 19.049055°N 72.914861°E / 19.049055; 72.914861

अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान (इन्टरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पॉपुलेशन साइंसेज ; आईआईपीएस) भारत का एक मानद विस्वविद्यालय है जो एस्केप क्षेत्र के लिए जनसंख्या अध्ययन में प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए एक क्षेत्रीय संस्थान के रूप में कार्य करता है।

अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान
International Institute for Population Sciences (Deemed University)
Demographic Research Center

आदर्श वाक्य:तमसो मा ज्योतिर्गमय (संस्कृत)
स्थापित1956
प्रकार:Public University
निदेशक:प्रो० के० एस० जेम्स (2018-Till Date)
विद्यार्थी संख्या:400+
अवस्थिति:मुम्बई, भारत भारत
परिसर:नगरीय
जालपृष्ठ:http://www.iipsindia.ac.in/


इसकी स्थापना जुलाई 1956 में सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट, भारत सरकार तथा संयुक्त राष्ट्र की संयुक्त प्रायोजकता के अंतर्गत हुई थी । जुलाई 1970 तक इसका नाम 'जनांकिकीय प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केन्द्र' (डीटीआरसी) था। उसके बाद 1985 तक इसे 'अंतर्राष्ट्रीय जनसंख्या अध्ययन संस्थान' (आईआईपीएस) नाम से जाना जाता था। [1] सन् 1985 में इसका वर्तमान नाम दिया गया और यूजीसी अधिनियम, 1956 की धारा 3 के तहत 19 अगस्त 1985 को ' विश्वविद्यालय समतुल्य ' घोषित किया गया। [2] इस मान्यता ने विप्रो प्रौद्योगिकियों द्वारा मान्यता प्राप्त डिग्री प्रदान करने की सुविधा प्रदान की है और एक शैक्षणिक संस्थान के रूप में संस्थान के आगे विस्तार का मार्ग प्रशस्त किया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) ने आईआईपीएस को नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया है, जो राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) के लिए समन्वय और तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है। [3]

इसकी शैक्षणिक गतिविधियों के विस्तार को आगे बढ़ाने के लिए वर्ष 1985 में इसका पुनः नामकरण किया गया और इसका नाम “अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान” कर दिया गया। 14 अगस्त, 1985 को यूजीसी अधिनियम, 1956 की धारा 3 के अंतर्गत इसे ‘विश्वविद्यालय समतुल्य’ घोषित किया गया । इस मान्यता ने संस्थान को स्वयं मान्यताप्राप्त उपाधि प्रदान करने में मदद की और साथ ही इसने शैक्षणिक संस्था के रुप में संस्थान के भावी विस्तार के लिए मार्ग प्रशस्त किया। वर्ष 2006 में संस्थान ने अपनी स्वर्ण जयंती मनाई ।

आइआइपीएस सभी क्षेत्रीय जनसंख्या केन्द्रों के बीच एक अद्वितीय स्थान रखता है । यह प्रारंभ किया गया ऐसा पहला केन्द्र है जो किसी भी अन्य क्षेत्रीय केन्द्रों की तुलना में बहुत बड़ी आबादी की सेवा करता है। संस्थान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में है। इसमें सात शैक्षणिक विभाग हैं । संकाय सदस्य तथा सहायक कर्मचारी जनसंख्या विज्ञान के कुछ मुख्य क्षेत्रों में विशेषज्ञता के साथ विविध अंतःविषय पृष्ठभूमि से संबंधित हैं और भारत या विदेश से प्रशिक्षित हैं ।

यह संस्थान भारत में जनसंख्या तथा स्वास्थ्य से संबंधित अध्यापन तथा शोध का केन्द्र है जो देश की योजना और विकास के लिए महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है । पिछले वर्षो के दौरान, एशिया और प्रशांत क्षेत्र, अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका के विभिन्न देशों के छात्रों ने संस्थान में प्रशिक्षण लिया है । संस्थान के पूर्व छात्र राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों, विश्वविद्यालयों और कॉलेजों तथा प्रतिष्ठित गैर-सरकारी संगठनों में प्रतिष्ठित पदों पर सेवारत हैं । अध्यापन तथा शोध गितिविधियों के अलावा, संस्थान सरकारी तथा गैर-सरकारी संगठनों और शैक्षणिक संस्थानों को परामर्शी सेवाएं भी प्रदान करता है ।

पिछले छह दशकों के दैरान, इस संस्थान ने जनसंख्या अध्ययन के क्षेत्र में राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की कई संगोष्ठियां तथा सम्मेलन आयोजित किए हैं जो विश्वव्यापी महत्त्व के हैं । संस्थान ने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एऩएफएचएस) जिला स्तरीय परिवार सर्वेक्षण (डीएलएचएस), राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) का मूल्यांकन, भारत में युवा परियोजना, विश्व स्तरीय युवा तम्बाकू सर्वेक्षण (जीएटीएस भारत परियोजना), यौन स्वास्थ्य में शोध तथा ‘इंटरवेंशन’:कार्रवाई का सिद्धांत (रिश्ता परियोजना), पोषण सर्वेक्षण और भारत में अनुदैर्घ्य वयोवृद्धि अध्ययन (लासी) जैसे कई प्रमुख सर्वेक्षण संचालित किए हैं ।

  1. "International Institute of Population Sciences". lasi.hsph.harvard.edu (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-11-29.
  2. "UGC Act-1956" (PDF). mhrd.gov.in/. Secretary, University Grants Commission. अभिगमन तिथि 1 February 2016.
  3. "National Family Health Survey". मूल से 26 सितंबर 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 सितंबर 2023.