संस्कृत भाषा
संस्कृत (संस्कृतम्) भारतीय उपमहाद्वीप की एक भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार की एक शाखा हैं। आधुनिक भारतीय भाषाएँ जैसे, हिंदी, बांग्ला, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, आदि इसी से उत्पन्न हुई हैं। इन सभी भाषाओं में यूरोपीय बंजारों की रोमानी भाषा भी शामिल है। संस्कृत में वैदिक धर्म से संबंधित लगभग सभी धर्मग्रंथ लिखे गये हैं। बौद्ध धर्म (विशेषकर महायान) तथा जैन मत के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथ संस्कृत में लिखे गये हैं। आज भी हिंदू धर्म के अधिकतर यज्ञ और पूजा संस्कृत में ही होती हैं। भीम राव अम्बेडकर का मानना था कि संस्कृत पूरे भारत को भाषाई एकता के सूत्र में बांध सकने वाली इकलौती भाषा हो सकती है, अतः उन्होंने इसे देश की आधिकारिक भाषा बनाने का सुझाव दिया था।[2][3] [4]
संस्कृत | ||
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संस्कृतम् | ||
बोली जाती है | भारत, नेपाल | |
कुल बोलने वाले | १००४,१३५ (जनगणना के अनुसार।)[1] | |
भाषा परिवार | —
| |
लेखन प्रणाली | देवनागरी (वस्तुत:), अन्य ब्राह्मी–लिपि और कभी कभी रोमन | |
आधिकारिक स्तर | ||
आधिकारिक भाषा घोषित | भारतीय संविधान में अनुसूचित 22 भाषाओं मे से एक। | |
नियामक | कोई आधिकारिक नियमन नहीं | |
भाषा कूट | ||
ISO 639-1 | sa | |
ISO 639-2 | san | |
ISO 639-3 | san | |
सूचना: इस पन्ने पर यूनीकोड में अ॰ध॰व॰ (आई पी ए) चिह्न हो सकते हैं। |
भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में संस्कृत को भी सम्मिलित किया गया है। यह उत्तराखण्ड की द्वितीय राजभाषा है। आकाशवाणी और दूरदर्शन से संस्कृत में समाचार प्रसारित किए जाते हैं। कतिपय वर्षों से डी. डी. न्यूज (DD News) द्वारा वार्तावली नामक अर्धहोरावधि का संस्कृत-कार्यक्रम भी प्रसारित किया जा रहा है, जो हिन्दी चलचित्र गीतों के संस्कृतानुवाद, सरल-संस्कृत-शिक्षण, संस्कृत-वार्ता और महापुरुषों की संस्कृत जीवनवृत्तियों, सुभाषित-रत्नों आदि के कारण अनुदिन लोकप्रियता को प्राप्त हो रहा है।
इतिहाससंपादित करें
संस्कृत का इतिहास बहुत पुराना है। वर्तमान समय में प्राप्त सबसे प्राचीन संस्कृत ग्रन्थ ॠग्वेद है जो कम से कम ढाई हजार ईसापूर्व की रचना है।
व्याकरणसंपादित करें
संस्कृत भाषा का व्याकरण अत्यन्त परिमार्जित एवं वैज्ञानिक है। बहुत प्राचीन काल से ही अनेक व्याकरणाचार्यों ने संस्कृत व्याकरण पर बहुत कुछ लिखा है। किन्तु पाणिनि का संस्कृत व्याकरण पर किया गया कार्य सबसे प्रसिद्ध है। उनका अष्टाध्यायी किसी भी भाषा के व्याकरण का सबसे प्राचीन ग्रन्थ है।
संस्कृत में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया के कई तरह से शब्द-रूप बनाये जाते हैं, जो व्याकरणिक अर्थ प्रदान करते हैं। अधिकांश शब्द-रूप मूलशब्द के अन्त में प्रत्यय लगाकर बनाये जाते हैं। इस तरह ये कहा जा सकता है कि संस्कृत एक बहिर्मुखी-अन्त-श्लिष्टयोगात्मक भाषा है। संस्कृत के व्याकरण को वागीश शास्त्री ने वैज्ञानिक स्वरूप प्रदान किया है।
ध्वनि-तन्त्र और लिपिसंपादित करें
संस्कृत भारत की कई लिपियों में लिखी जाती रही है, लेकिन आधुनिक युग में देवनागरी लिपि के साथ इसका विशेष संबंध है। देवनागरी लिपि वास्तव में संस्कृत के लिये ही बनी है, इसलिये इसमें हर एक चिह्न के लिये एक और केवल एक ही ध्वनि है। देवनागरी में १३ स्वर और ३३ व्यंजन हैं। देवनागरी से रोमन लिपि में लिप्यन्तरण के लिये दो पद्धतियाँ अधिक प्रचलित हैं : IAST और ITRANS. शून्य, एक या अधिक व्यंजनों और एक स्वर के मेल से एक अक्षर बनता है।
संस्कृत, क्षेत्रीय लिपियों में लिखी जाती रही है।
स्वरसंपादित करें
ये स्वर संस्कृत के लिये दिये गये हैं। हिन्दी में इनके उच्चारण थोड़े भिन्न होते हैं।
वर्णाक्षर | “प” के साथ मात्रा | IPA उच्चारण | "प्" के साथ उच्चारण | IAST समतुल्य | अंग्रेज़ी समतुल्य | हिन्दी में वर्णन |
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अ | प | / ə / | / pə / | a | लघु या दीर्घ Schwa: जैसे a, above या ago में | मध्य प्रसृत स्वर |
आ | पा | / α: / | / pα: / | ā | दीर्घ Open back unrounded vowel: जैसे a, father में | दीर्घ विवृत पश्व प्रसृत स्वर |
इ | पि | / i / | / pi / | i | लघु close front unrounded vowel: जैसे i, bit में | ह्रस्व संवृत अग्र प्रसृत स्वर |
ई | पी | / i: / | / pi: / | ī | दीर्घ close front unrounded vowel: जैसे i, machine में | दीर्घ संवृत अग्र प्रसृत स्वर |
उ | पु | / u / | / pu / | u | लघु close back rounded vowel: जैसे u, put में | ह्रस्व संवृत पश्व वर्तुल स्वर |
ऊ | पू | / u: / | / pu: / | ū | दीर्घ close back rounded vowel: जैसे oo, school में | दीर्घ संवृत पश्व वर्तुल स्वर |
ए | पे | / e: / | / pe: / | e | दीर्घ close-mid front unrounded vowel: जैसे a in game (संयुक्त स्वर नहीं) में | दीर्घ अर्धसंवृत अग्र प्रसृत स्वर |
ऐ | पै | / ai / | / pai / | ai | दीर्घ diphthong: जैसे ei, height में | दीर्घ द्विमात्रिक स्वर |
ओ | पो | / ο: / | / pο: / | o | दीर्घ close-mid back rounded vowel: जैसे o, tone (संयुक्त स्वर नहीं) में | दीर्घ अर्धसंवृत पश्व वर्तुल स्वर |
औ | पौ | / au / | / pau / | au | दीर्घ diphthong: जैसे ou, house में | दीर्घ द्विमात्रिक स्वर |
संस्कृत में ऐ दो स्वरों का युग्म होता है और "अ-इ" या "आ-इ" की तरह बोला जाता है। इसी तरह औ "अ-उ" या "आ-उ" की तरह बोला जाता है।
इसके अलावा निम्नलिखित वर्ण भी स्वर माने जाते हैं :
- ऋ -- वर्तमान में, स्थानीय भाषाओं के प्रभाव से इसका अशुद्ध उच्चारण किया जाता है। आधुनिक हिन्दी में "रि" की तरह तथा मराठी में "रु" की तरह किया जाता है । संस्कृत में अमेरिकी अंग्रेजी शब्दांश (American English syllabic) / r / की तरह
- ॠ -- केवल संस्कृत में (दीर्घ ऋ)
- ऌ -- केवल संस्कृत में (syllabic retroflex l)
- अं -- आधे न् , म् , ं, ं, ण् के लिये या स्वर का नासिकीकरण करने के लिये
- अँ -- स्वर का नासिकीकरण करने के लिये (संस्कृत में नहीं उपयुक्त होता)
- अः -- अघोष "ह्" (निःश्वास) के लिये
व्यंजनसंपादित करें
जब कोई स्वर प्रयोग नहीं हो, तो वहाँ पर 'अ' माना जाता है। स्वर के न होने को हलन्त् अथवा विराम से दर्शाया जाता है। जैसे कि क् ख् ग् घ्।
स्पर्श | |||||
अघोष | घोष | नासिक्य | |||
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अल्पप्राण | महाप्राण | अल्पप्राण | महाप्राण | ||
कण्ठ्य | क / kə / k; अंग्रेजी: skip |
ख / khə / kh; अंग्रेजी: cat |
ग / gə / g; अंग्रेजी: game |
घ / gɦə / gh; महाप्राण /g/ |
ङ / ŋə / n; अंग्रेजी: ring |
तालव्य | च / cə / or / tʃə / ch; अंग्रेजी: chat |
छ / chə / or /tʃhə/ chh; महाप्राण /c/ |
ज / ɟə / or / dʒə / j; अंग्रेजी: jam |
झ / ɟɦə / or / dʒɦə / jh; महाप्राण /ɟ/ |
ञ / ɲə / n; अंग्रेजी: finch |
मूर्धन्य | ट / ʈə / t; अमेरिकी अंग्रेजी:: hurting |
ठ / ʈhə / th; महाप्राण /ʈ/ |
ड / ɖə / d; अमेरिकी अंग्रेजी:: murder |
ढ / ɖɦə / dh; महाप्राण /ɖ/ |
ण / ɳə / n; अमेरिकी अंग्रेज़ी:: hunter |
दन्त्य | त / t̪ə / t; स्पैनिश: tomate |
थ / t̪hə / th; महाप्राण /t̪/ |
द / d̪ə / d; स्पैनिश: donde |
ध / d̪ɦə / dh; महाप्राण /d̪/ |
न / nə / n; अंग्रेज़ी: name |
ओष्ठ्य | प / pə / p; अंग्रेज़ी: spin |
फ / phə / ph; अंग्रेज़ी: pit |
ब / bə / b; अंग्रेज़ी: bone |
भ / bɦə / bh; महाप्राण /b/ |
म / mə / m; अंग्रेज़ी: mine |
स्पर्शरहित | ||||
तालव्य | मूर्धन्य | दन्त्य/ वर्त्स्य |
कण्ठोष्ठ्य/ काकल्य | |
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अन्तस्थ | य / jə / y; अंग्रेज़ी: you |
र / rə / r; स्कॉटिश अंग्रेज़ी: trip |
ल / lə / l; अंग्रेजी: love |
व / ʋə / v; अंग्रेजी: vase |
ऊष्म/ संघर्षी |
श / ʃə / sh; अंग्रेज़ी: ship |
ष / ʂə / shh; मूर्धन्य /ʃ/ |
स / sə / s; अंग्रेज़ी: same |
ह / ɦə / or / hə / h; अंग्रेज़ी: behind |
- टिप्पणी
- इनमें से ळ (मूर्धन्य पार्विक अन्तस्थ) एक अतिरिक्त व्यंजन है जिसका प्रयोग हिन्दी में नहीं होता है। मराठी और वैदिक संस्कृत में इसका प्रयोग किया जाता है।
- संस्कृत में ष का उच्चारण ऐसे होता था : जीभ की नोंक को मूर्धा (मुँह की छत) की ओर उठाकर श जैसी ध्वनि करना। शुक्ल यजुर्वेद की माध्यंदिनि शाखा में कुछ वाक्यों में ष का उच्चारण ख की तरह करना मान्य था।
संस्कृत भाषा की विशेषताएँसंपादित करें
- (१) संस्कृत, विश्व की सबसे पुरानी पुस्तक (वेद) की भाषा है। इसलिये इसे विश्व की प्रथम भाषा मानने में कहीं किसी संशय की संभावना नहीं है।[5][6]
- (२) इसकी सुस्पष्ट व्याकरण और वर्णमाला की वैज्ञानिकता के कारण सर्वश्रेष्ठता भी स्वयं सिद्ध है।
- (३) सर्वाधिक महत्वपूर्ण साहित्य की धनी होने से इसकी महत्ता भी निर्विवाद है।
- (४) इसे देवभाषा माना जाता है।
- (५) संस्कृत केवल स्वविकसित भाषा नहीं बल्कि संस्कारित भाषा भी है, अतः इसका नाम संस्कृत है। केवल संस्कृत ही एकमात्र भाषा है जिसका नामकरण उसके बोलने वालों के नाम पर नहीं किया गया है।
- संस्कृत > सम् + सुट् + 'कृ करणे' + क्त, ('सम्पर्युपेभ्यः करोतौ भूषणे' इस सूत्र से 'भूषण' अर्थ में 'सुट्' या सकार का आगम/ 'भूते' इस सूत्र से भूतकाल(past) को द्योतित करने के लिए संज्ञा अर्थ में क्त-प्रत्यय /कृ-धातु 'करणे' या 'Doing' अर्थ में) अर्थात् विभूूूूषित, समलंकृत(well-decorated) या संस्कारयुक्त (well-cutured)।
- संस्कृत को संस्कारित करने वाले भी कोई साधारण भाषाविद् नहीं बल्कि महर्षि पाणिनि, महर्षि कात्यायन और योगशास्त्र के प्रणेता महर्षि पतंजलि हैं। इन तीनों महर्षियों ने बड़ी ही कुशलता से योग की क्रियाओं को भाषा में समाविष्ट किया है। यही इस भाषा का रहस्य है।
- (६) शब्द-रूप - विश्व की सभी भाषाओं में एक शब्द का एक या कुछ ही रूप होते हैं, जबकि संस्कृत में प्रत्येक शब्द के 27 रूप होते हैं।
- (७) द्विवचन - सभी भाषाओं में एकवचन और बहुवचन होते हैं जबकि संस्कृत में द्विवचन अतिरिक्त होता है।
- (८) सन्धि - संस्कृत भाषा की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है सन्धि। संस्कृत में जब दो अक्षर निकट आते हैं तो वहाँ सन्धि होने से स्वरूप और उच्चारण बदल जा है ।
- (९) इसे कम्प्यूटर और कृत्रिम बुद्धि के लिये सबसे उपयुक्त भाषा माना जाता है।
- (१०) शोध से ऐसा पाया गया है कि संस्कृत पढ़ने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।[7]
- (११) संस्कृत वाक्यों में शब्दों को किसी भी क्रम में रखा जा सकता है। इससे अर्थ का अनर्थ होने की बहुत कम या कोई भी सम्भावना नहीं होती। ऐसा इसलिये होता है क्योंकि सभी शब्द विभक्ति और वचन के अनुसार होते हैं और क्रम बदलने पर भी सही अर्थ सुरक्षित रहता है। जैसे - अहं गृहं गच्छामि या गच्छामि गृहं अहम् दोनो ही ठीक हैं।
- (१२) संस्कृत विश्व की सर्वाधिक 'पूर्ण' (perfect) एवं तर्कसम्मत भाषा है।[8]
- (१३) संस्कृत ही एक मात्र साधन हैं जो क्रमश: अंगुलियों एवं जीभ को लचीला बनाते हैं। इसके अध्ययन करने वाले छात्रों को गणित, विज्ञान एवं अन्य भाषाएँ ग्रहण करने में सहायता मिलती है।
- (१४) संस्कृत भाषा में साहित्य की रचना कम से कम छह हजार वर्षों से निरन्तर होती आ रही है। इसके कई लाख ग्रन्थों के पठन-पाठन और चिन्तन में भारतवर्ष के हजारों पुश्त तक के करोड़ों सर्वोत्तम मस्तिष्क दिन-रात लगे रहे हैं और आज भी लगे हुए हैं। पता नहीं कि संसार के किसी देश में इतने काल तक, इतनी दूरी तक व्याप्त, इतने उत्तम मस्तिष्क में विचरण करने वाली कोई भाषा है या नहीं। शायद नहीं है। दीर्घ कालखण्ड के बाद भी असंख्य प्राकृतिक तथा मानवीय आपदाओं (वैदेशिक आक्रमणों) को झेलते हुए आज भी ३ करोड़ से अधिक संस्कृत पाण्डुलिपियाँ विद्यमान हैं। यह संख्या ग्रीक और लैटिन की पाण्डुलिपियों की सम्मिलित संख्या से भी १०० गुना अधिक है। निःसंदेह ही यह सम्पदा छापाखाने के आविष्कार के पहले किसी भी संस्कृति द्वारा सृजित सबसे बड़ी सांस्कृतिक विरासत है।[9]
- (१५) संस्कृत केवल एक मात्र भाषा नहीं है अपितु संस्कृत एक विचार है। संस्कृत एक संस्कृति है एक संस्कार है संस्कृत में विश्व का कल्याण है, शांति है, सहयोग है, वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना है।
भारत और विश्व के लिए संस्कृत का महत्त्वसंपादित करें
- संस्कृत कई भारतीय भाषाओं की जननी है। इनकी अधिकांश शब्दावली या तो संस्कृत से ली गयी है या संस्कृत से प्रभावित है। पूरे भारत में संस्कृत के अध्ययन-अध्यापन से भारतीय भाषाओं में अधिकाधिक एकरूपता आयेगी जिससे भारतीय एकता बलवती होगी। यदि इच्छा-शक्ति हो तो संस्कृत को हिब्रू की भाँति पुनः प्रचलित भाषा भी बनाया जा सकता है।
- हिन्दू, बौद्ध, जैन आदि धर्मों के प्राचीन धार्मिक ग्रन्थ संस्कृत में हैं।
- हिन्दुओं के सभी पूजा-पाठ और धार्मिक संस्कार की भाषा संस्कृत ही है।
- हिन्दुओं, बौद्धों और जैनों के नाम भी संस्कृत पर आधारित होते हैं।
- भारतीय भाषाओं की तकनीकी शब्दावली भी संस्कृत से ही व्युत्पन्न की जाती है। भारतीय संविधान की धारा 343, धारा 348 (2) तथा 351 का सारांश यह है कि देवनागरी लिपि में लिखी और मूलत: संस्कृत से अपनी पारिभाषिक शब्दावली को लेने वाली हिन्दी राजभाषा है।
- संस्कृत, भारत को एकता के सूत्र में बाँधती है।
- संस्कृत का साहित्य अत्यन्त प्राचीन, विशाल और विविधतापूर्ण है। इसमें अध्यात्म, दर्शन, ज्ञान-विज्ञान और साहित्य का खजाना है। इसके अध्ययन से ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति को बढ़ावा मिलेगा।
- संस्कृत को कम्प्यूटर के लिये (कृत्रिम बुद्धि के लिये) सबसे उपयुक्त भाषा माना जाता है।
संस्कृत का अन्य भाषाओं पर प्रभावसंपादित करें
संस्कृत भाषा के शब्द मूलत रूप से सभी आधुनिक भारतीय भाषाओं में हैं। सभी भारतीय भाषाओं में एकता की रक्षा संस्कृत के माध्यम से ही हो सकती है। मलयालम, कन्नड और तेलुगु आदि दक्षिणात्य भाषाएं संस्कृत से बहुत प्रभावित हैं। यहाँ तक कि तमिल में भी संस्कृत के हजारों शब्द भरे पड़े हैं और मध्यकाल में संस्कृत का तमिल पर गहरा प्रभव पड़ा।[10]
विश्व की अनेकानेक भाषाओं पर संस्कृत ने गहरा प्रभाव डाला है।[11] संस्कृत भारोपीय भाषा परिवर में आती है और इस परिवार की भाषाओं से भी संस्कृत में बहुत सी समानता है। वैदिक संस्कृत और अवेस्ता (प्राचीन इरानी) में बहुत समानता है। भारत के पड़ोसी देशों की भाषाएँ सिंहल, नेपाली, म्यांमार भाषा, थाई भाषा, ख्मेर[12] संस्कृत से प्रभावित हैं। बौद्ध धर्म का चीन ज्यों-ज्यों प्रसार हुआ वैसे वैसे पहली शताब्दी से दसवीं शताब्दी तक सैकड़ों संस्कृत ग्रन्थों का चीनी भाषा में अनुवाद हुआ। इससे संस्कृत के हजरों शब्द चीनी भाषा में गए।[13] उत्तरी-पश्चिमी तिब्बत में तो अज से १००० वर्ष पहले तक संस्कृत की संस्कृति थी और वहाँ गान्धारी भाषा का प्रचलन था। [14]
संस्कृत शब्द | हिन्दी | मलयालम | कन्नड | तेलुगु | ग्रीक | लैटिन | अंग्रेजी | जर्मन | फ़ारसी |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
मातृ | माता | अम्मा | मातेर | मदर् | मुटेर | मादर | |||
पितृ/पितर | पिता | अच्चन् | पातेर | फ़ाथर् | फ़ाटेर | ||||
दुहितृ | बेटी | दाह्तर् | |||||||
भ्रातृ/भ्रातर | भाई | ब्रदर् | ब्रुडेर | ||||||
पत्तनम् | पत्तन | पट्टणम् | टाउन | ||||||
वैधुर्यम् | विधुर | वैडूर्यम् | वैडूर्यम् | विजोवर् | |||||
सप्तन् | सात | सेप्तम् | सेव्हेन् | ज़ीबेन | |||||
अष्टौ | आठ | होक्तो | ओक्तो | ऐय्ट् | आख़्ट | ||||
नवन् | नौ | हेणेअ | नोवेम् | नायन् | नोएन | ||||
द्वारम् | द्वार | दोर् | टोर | ||||||
नालिकेरः | नारियल | नाळिकेरम् | कोकोस्नुस्स | ||||||
सम | समान | same | |||||||
तात=पिता | Dad | ||||||||
अहम् | I am | ||||||||
स्मार्त | Smart | ||||||||
पंडित | पंडित/विशेषज्ञ | Pundit |
शिक्षा एवं प्रचार-प्रसारसंपादित करें
भारत के संविधान में संस्कृत आठवीं अनुसूची में सम्मिलित अन्य भाषाओं के साथ विराजमान है। त्रिभाषा सूत्र के अन्तर्गत संस्कृत भी आती है। हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषाओं की की वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली संस्कृत से निर्मित है।
भारत तथा अन्य देशों के कुछ संस्कृत विश्वविद्यालयों की सूची नीचे दी गयी है- (देखें, भारत स्थित संस्कृत विश्वविद्यालयों की सूची)
सन्दर्भसंपादित करें
- ↑ "Comparative speaker's strength of scheduled languages -1971, 1981, 1991 and 2001". Census of India, 2001. Office of the Registrar and Census Commissioner, भारत. अभिगमन तिथि 31 दिसम्बर 2009.
- ↑ नैतिकता का मार्ग संस्कृत से होकर जाता है। (दिनेश कामत)
- ↑ संस्कृत के पक्षधर थे आंबेडकर (डॉ. मुरली मनोहर जोशी)
- ↑ Ambedkar wanted Sanskrit to be official language of India
- ↑ Sagarika Dutt (2006). India in a Globalized World. Manchester University Press. p. 36. ISBN 978-1-84779-607-3.
- ↑ Gabriel J. Gomes (2012). Discovering World Religions. iUniverse. p. 54. ISBN 978-1-4697-1037-2.
- ↑ अमेरिकी पत्रिका (साइंटिफिक अमेरिकन) का दावा- संस्कृत मंत्रों के उच्चारण से बढ़ती है याददाश्त (जनवरी २०१८)
- ↑ Is Sanskrit the most suitable language for natural language processing?
- ↑ Guide to OCR for Indic Scripts: Document Recognition and Retrieval (edited by Venu Govindaraju, Srirangaraj Ranga Setlur)
- ↑ Tracing the Trajectory of Linguistic changes in Tamil: Mining the corpus of Tamil Texts
- ↑ ‘Sanskrit has had profound influence on world languages’
- ↑ Sanskrit’s Influence on Khmer
- ↑ Sanskrit had an influence on Chinese language
- ↑ How Sanskrit Language Is Associated With The Tibet and Xinjiang?
यह भी देखिएसंपादित करें
संस्कृत के विकिपीडिया प्रकल्प
- संस्कृत विकिपीडिया
- संस्कृत (संस्कृत विकोश:)
- संस्कृत विकिस्रोतम् (Sanskrit Wikisource)
- संस्कृत विकि पुस्तकानि (Sanskrit Wiki Books)
बाहरी कड़ियाँसंपादित करें
- राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान
- भारतीय विश्वविद्यालयों में संस्कृत पर आधारित शोध प्रबन्धों की निर्देशिका (राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान)
- संस्कृत गूगल समूह
संस्कृत संसाधनसंपादित करें
- हिन्दी-संस्कृत वार्तालाप पुस्तिका Archived 4 मार्च 2016 at the वेबैक मशीन. (केन्द्रीय हिन्दी संस्थान)
- Links to Sanskrit resources
- Sankrit Web
- Sanskrit Fonts: South Asian Language and Resource Center - Sanskrit
- Discover Sanskrit Archived 7 मई 2006 at the वेबैक मशीन.
- Sanskrit Documents
- Sanskrit Texts and Stotras
- Omkarananda Ashram's Sanskrit Page
संस्कृत सामग्रीसंपादित करें
- Sanskrit Documents
- Sanskrit Slokas
- सारस्वतसर्वस्वम् Archived 2 दिसम्बर 2014 at the वेबैक मशीन. (शब्दकोश, संस्कृत ग्रन्थों आदि का विशाल संग्रह)
- संस्कृविश्वम्
- Sanskrit World
- संस्कृत के अनेकानेक ग्रन्थ, देवनागरी में Archived 9 दिसम्बर 2003 at the वेबैक मशीन.
- Virtual e-Text Archive of Indic Texts (Indology page)
- SARIT Archived 6 फ़रवरी 2015 at the वेबैक मशीन.
- वैदिक साहित्य : महर्षि वैदिक विश्वविद्यालय Archived 29 सितंबर 2008 at the वेबैक मशीन. - पी डी एफ़ प्रारूप, देवनागरी
- गौडीय ग्रन्थ-मन्दिर पर सहस्रों संस्कृत ग्रन्थ, बलराम इनकोडिंग में Archived 27 नवम्बर 2010 at the वेबैक मशीन.
- GRETIL पर सहस्रों संस्कृत ग्रन्थ, अनेक स्रोतों से, अनेक इनकोडिंग में
- संगणीकृतम बौद्ध संस्कृत त्रिपिटकम् Archived 23 फ़रवरी 2008 at the वेबैक मशीन. (Digital Sanskrit Buddhistt Canon)
- TITUS Indica - Indic Texts
- Internet Sacred Text Archive - यहाँ बहुत से हिन्दू ग्रन्थ अंग्रेजी में अर्थ के साथ उपलब्ध हैं। कहीं-कहीं मूल संस्कृत पाठ भी उपलब्ध है।
- क्ले संस्कृत पुस्तकालय संस्कृत साहित्य के प्रकाशक हैं; यहाँ पर भी बहुत सारी सामग्री डाउनलोड के लिये उपलब्ध है।
- मुक्तबोध डिजिटल पुस्तकालय Archived 13 सितंबर 2008 at the वेबैक मशीन.
- भारत विद्या
- मुक्तबोध इंडोलोजिकल रिसर्च इंस्टिट्यूट Archived 25 जुलाई 2011 at the वेबैक मशीन. (तंत्र एवं आगम साहित्य पर विशेष सामग्री)
- Asian Classic Input Project
- Sanskit Library[मृत कड़ियाँ]
- Digital Corpus of Sanskrit Archived 26 अक्टूबर 2011 at the वेबैक मशीन. (a searchable collection of lemmatized Sanskrit texts)
शब्दकोशसंपादित करें
- आंध्रभारती का संस्कृत कोश गपेषणम् : आनलाइन संस्कृत कोश शोधन ; कई कोशों में एकसाथ खोज ; देवनागरी, बंगला आदि कई भारतीय लिपियों में आउटपुट; कई प्रारूपों में इनपुट की सुविधा
- संस्कृत-हिन्दी कोश (राज संस्करण) (गूगल पुस्तक ; रचनाकार - वामन शिवराम आप्टे)
- Monier Williams Dictionary (2006 revision) - इसमें संस्कृत शब्दों के अंग्रेजी अर्थ दिये गये हैं। शब्द इन्पुट Harvard-Kyoto, SLP1 या ITRANS में देने की सुविधा है।
- आप्टे अंग्रेजी --> संस्कृत शब्दकोश - इसमें परिणाम इच्छानुसार देवनागरी, iTrans, रोमन यूनिकोड आदि में प्राप्त किये जा सकते हैं।
- संक्षिप्त संस्कृत-आंग्लभाषा शब्दकोश Archived 5 अप्रैल 2012 at the वेबैक मशीन. (Concise Sanskrit-English Dictionary) - संस्कृत शब्द देवनागरी में लिखे हुए हैं। अर्थ अंग्रेजी में। लगभग १० हजार शब्द। डाउनलोड करके आफलाइन उपयोग के लिये उत्तम !
- The Student's English-Sanskrit Dictionary (गूगल पुस्तक ; लेखक - Vaman Shivaram Apte)
- Monier-Williams Dictionary, searchable
- Monier-Williams Dictionary, printable
- Online Hypertext Dictionary
- The Sanskrit Heritage Dictionary
- Sanskrit-->French dictionary (download) (The Sanskrit Heritage Dictionary)
- Sanskrit Dictionary
- Glossary of Sanskrit Terms
- A Brief Sanskrit Glossary Archived 5 फ़रवरी 2008 at the वेबैक मशीन. with the meanings of common Sanskrit spiritual terms. Recently updated.
डाउनलोड योग्य शब्दकोशसंपादित करें
- SanDic - Sanskrit-English Dictionary based on V. S. Apte's 'The practical Sanskrit-English dictionary', Arthur Anthony Macdonell's 'A practical Sanskrit dictionary' and Monier Williams 'Sanskrit-English Dictionary'.
- मुदगलकोश Archived 23 नवम्बर 2013 at the वेबैक मशीन. - software, which searches an offline version of the monier-williams dictionary, and integrates with several online tools
- stardict-mw-Sanskrit-English-2.4.2.tar.bz2 Archived 5 मार्च 2016 at the वेबैक मशीन. MW Sanskrit-English Dictionary in StarDict format. (can be used with GoldenDict also)
- Monier-Williams: DICT & HTML Archived 25 जनवरी 2008 at the वेबैक मशीन.
संस्कृत विषयक लेखसंपादित करें
- संस्कृत विषयक लेख सूची[मृत कड़ियाँ] - संस्कृत की महत्ता एवं अन्य पहलुओं पर विविध लेखों के लिंक
- [ https://hindi.swarajyamag.com/magazine/the-third-sanskrit-revolution-if-not-in-india-then-where/ तीसरी संस्कृत क्रांति अगर भारत में नहीं आएगी तो फिर कहाँ?] (स्वराज्य पत्रिका; ऑस्कर पुजोल ; ५ फरवरी २०१९)
- संस्कृत - विज्ञान और कंप्यूटर की समर्थ भाषा Archived 4 नवम्बर 2007 at the वेबैक मशीन.
- सशक्त भाषा संस्कृत Archived 3 जुलाई 2011 at the वेबैक मशीन.
- The Wonder that is Sanskrit
- Sanskrit: The Mother of All Languages, अत्यन्त ज्ञानवर्धक लेख, तीन भागों में।
- संस्कृत के बारे में महापुरुषों के विचार (अंग्रेजी में)
- Sanskrit as Indian Networking language (INL)[मृत कड़ियाँ]
- History of Sanskrit Archived 12 अक्टूबर 2011 at the वेबैक मशीन.
- संस्कृत बनेगी नासा की भाषा, पढ़ने से गणित और विज्ञान की शिक्षा में आसानी
- Relevance of Sanskrit in Contemporary Society Archived 1 दिसम्बर 2017 at the वेबैक मशीन. (B Mahadevan)
संस्कृत साफ्टवेयर एवं उपकरणसंपादित करें
- Diacritic Conversion - diCrunch Archived 9 नवम्बर 2009 at the वेबैक मशीन. - Balaram / CSX / (X)HK / ITRANS / Shakti Mac / Unicode / Velthuis / X-Sanskrit / Bengali Unicode / Devanagari Unicode / Oriya Unicode आदि इनकोडिंग का परस्पर परिवर्तक
- रोमन को यूनिकोड संस्कृत में लिप्यंतरित करने का उपकरण Archived 29 सितंबर 2009 at the वेबैक मशीन.
- बरह - कम्प्यूटर पर संस्कृत लिखने एवं फाण्ट परिवर्तन का औजार
- Computational Linguistics R&D at Special Centre for Sanskrit Studies, J.N.U. - यहाँ अनेक भाषाई उपकरण उपलब्ध हैं।
- PaSSim — Paninian Sanskrit Simulator
- Sanskrit Verse Metre Recognizer Archived 22 अगस्त 2013 at the वेबैक मशीन.
- गणकाष्टाध्यायी - संस्कृत व्याकरण का साफ्टवेयर (पाणिनि के सूत्रों पर आधारित)
- Sanskrit Utilities Archived 28 जुलाई 2011 at the वेबैक मशीन. - Online Transliterator Sanskrit Dictionary, Sandhi, Pratyahara-Decoder and Metric Analyzer
- संस्कृतटूल्स Archived 13 मई 2010 at the वेबैक मशीन. - संस्कृत टूलबार
- मेधा - संस्कृत की-बोर्ड (मेधा) [medhA - a Sanskrit keyboard for Windows, Linux and Mac OS X.]
- संसाधनी Archived 4 दिसम्बर 2012 at the वेबैक मशीन. (संस्कृत टेक्स्ट के विश्लेषण के औजार)
संस्कृत जालस्थलसंपादित करें
- सुसंस्कृतम् Archived 19 सितंबर 2011 at the वेबैक मशीन.
- संस्कृतम्
- संस्कृतम् - संस्कृत के बारे में गूगल चर्चा समूह
- संस्कृतं भारतस्य जीवनम्
- ललितालालितः