अब्दुल्ला बिन उबय
अरब जनजाति प्रमुख ( मृत्यु- 631 ईस्वी )
अब्दुल्ला बिन उबै बिन सलूल (मृत्यु 631), जिसे उनकी दादी के संदर्भ में इब्न सलुल भी कहा जाता है, अरब जनजाति बनू खजरज के प्रमुख थे और मदीना के प्रमुख लोगों में से एक था। इस्लामिक पैगंबर मुहम्मद (सल्ल) के आने पर इब्न उबैय मुस्लिम बन गया लेकिन इस्लामी इतिहास के अनुसार वह अपनी मृत्यु तक इस्लाम के प्रति विश्वासघाती रहा। मुहम्मद (सल्ल) के साथ बार-बार विश्वासघात के कारण उसे मुनाफ़िक़ (पाखंडी) और "मुनाफ़िक़ून का नेता" करार दिया गया है। [1]
मदीना में स्थिति
संपादित करेंइस्लाम लाना
संपादित करेंसैन्य अभियान
संपादित करेंउहुद की लड़ाई
संपादित करेंबनू नज़ीर
संपादित करेंमुस्तलिक अभियान के दौरान विवाद
संपादित करेंआखिरी साल
संपादित करेंपरिवार
संपादित करेंसंदर्भ
संपादित करें- ↑ William Montgomery Watt, "`Abd Allah b. Ubayy", Encyclopaedia of Islam