ज्योतिबा फुले नगर
निर्देशांक: 78°28′00″N 28°55′00″E / 78.4667°N 28.9167°E ज्योतिबा फुले नगर पहले मुरादाबाद जिले का एक हिस्सा था। तब इसे अमरोहा कहा जाता था। 24 अप्रैल 1997 ई. को संत महात्मा ज्योतिबा फुले की याद में यह इस जगह को एक अलग जिले, ज्योतिबा फुले नगर जिला के रूप में घोषित किया गया था। गंगा और कृष्णा यहां की प्रमुख नदियां है। यह जिला बिजनौर जिला के उत्तर, मुरादाबाद जिला के पूर्व और मेरठ जिला, गाजियाबाद जिला तथा बुलंदशहर जिला के पश्चिम से घिरा हुआ है। इस जिले का कुल क्षेत्रफल 2,470 वर्ग किलोमीटर है। अमरोहा, वसुदेव मंदिर, तुलसी पार्क, गजरौला, रजाबपुर, कंखाथर और तिगरी आदि यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से है। अमरोहा पहले बड़ा नगर था। अमरोहा कृषि उत्पादों की मंडी होने के साथ-साथ अमरोहा में मुख्यतः हथकरघा वस्त्र, मिट्टी के बर्तन उद्योग व चीनी की मिलें हैं। अमरोहा रेल मार्ग से मुरादाबाद व दिल्ली से जुड़ा हुआ है। अमरोहा में आगरा विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के अलावा मुस्लिम पीर शेख़ सद्दू की दरगाह भी है।
ज्योतिबा फुले नगर (अमरोहा) | |||||
— जिला — | |||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||
देश | भारत | ||||
राज्य | उत्तर प्रदेश | ||||
ज़िला | ज्योतिबा फुले नगर | ||||
जनसंख्या | 2,64890 (2001 के अनुसार [update]) | ||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
• 211 मीटर (692 फी॰) | ||||
विभिन्न कोड
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आधिकारिक जालस्थल: www.amroha.com/ |
आसपास
संपादित करेंअमरोहा
संपादित करेंअमरोहा ज्योतिबा फुले नगर का जिला मुख्यालय है। यह जगह मुरादाबाद से तीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कहा जाता है कि इस शहर की स्थापना लगभग 3,000 ई० पूर्व हुई थी। इस्लामी शासन काल से पहले यहां पर त्यागियों ने शासन किया। आम और मछली यहां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, ऐसा भी कहा जाता है कि जब जनाब हज़रत शरफुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह इस जगह पर आये थे तब स्थानीय लोगों ने उन्हें आम और मछली पेश की थी। इसके बाद ही से इस जगह को अमरोहा के नाम से जाना जाने लगा। अमरोहा स्थित प्रमुख स्थलों में वसुदेव मंदिर, तुलसी पार्क, बायें का कुंआ, शाह नसरूद्दीन साहिब का मज़ार (जो कि अमरोहा के सबसे पुराने सूफी बुज़ुर्ग थे), दरगाह भूरे शाह और मजार शाह विलायत साहिब आदि स्थित है।
रजाबपुर
संपादित करेंरजाबपुर शहर राष्ट्रीय राजमार्ग 24 पर स्थित है। अमरोहा के दक्षिण-पश्चिम से इस जगह की दूरी लगभग 14 किलोमीटर है। रजाबपुर स्थित जामा मस्जिद यहां की सबसे पुरानी इमारतों में से एक है। इसके अलावा वसुदेव मंदिर और तुलसी पार्क आदि रजाबपुर स्थित प्रमुख स्थलों में से है। गजरौला और धनौरा इस जिले के दो महत्वूपर्ण शहरों में से है। रजाबपुर से गजरौला 15 किलोमीटर और धनौरा 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। this is right
गजरौला राष्ट्रीय राजमार्ग नम्बर 24 में स्थित है। यह स्थान मुरादाबाद से 53 किलोमीटर और दिल्ली से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर है। यह शहर महत्वपूर्ण औद्योगिक शहर के रूप में विकसित हो रहा है। कई कुटीर व लघु उद्योग जैसे हिन्दुस्तान लीवर का शिवालिक सेलोलॉस, चड्डा रबर, वाम ओरगेनिक आदि यहां पर स्थित है।
हसनपुर
संपादित करेंगंगा नदी के तट पर स्थित हसनपुर ज्योतिबा फुले नगर का प्रमुख शहर है। इस शहर की स्थापना हसन खान ने 1634 ई. में की थी। उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम हसनपुर रखा गया। यह शहर अमरोहा से तीस किलोमीटर और मुरादाबाद से 68 किलोमीटर की दूरी पर गजरौला-चन्दौसी राज्य राजमार्ग के मध्य स्थित है। हसनपुर आम की फसल के लिए जाना जाता है हसनपुर तहसील में जेबडा गुर्जर गांव का अहम योगदान है देवड़ा गुर्जर गांव शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही आगे है
कंखाथर
संपादित करेंज्योतिबा फुले नगर जिला स्थित गजरौजा के दक्षिण से लगभग दस किलोमीटर की दूरी पर कंखाथर स्थित है। कंखाथर, गढ़मुक्तेश्रवर के पूर्व से आठ किलोमीटर की दूरी पर है। गंगा नदी के तट पर स्थित गढ़मुक्तेश्वर यहां के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से है।
तिगरीधाम्
संपादित करेंगंगा नदी पर स्थित तिगरी मुरादाबाद से लगभग 62 किलोमीटर की दूरी पर है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहां प्रसिद्ध गंगा मेले का आयोजन किया जाता है। लाखों की संख्या में भक्त इस पवित्र जल में स्नान करने के लिए आते हैं।
आवागमन
संपादित करें- वायु मार्ग
यहां का सबसे निकटतम हवाई अड्डा दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी हवाई अड्डा है।
- रेल मार्ग
ज्योतिबा फुले नगर भारत के कई प्रमुख शहरों से रेलमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन अमरोहा रेलवे स्टेशन है।
- सड़क मार्ग
भारत के कई प्रमुख शहरों से सड़कमार्ग द्वारा आसानी से यहां पहुंचा जा सकता है। अमरोहा नेशनल हाईवे २४ पर दिल्ली से लगभग १३० किलोमीटर कि दूरी पर है। जोये से लगभग ८ किलोमीटर पहले दिल्ली से आते समय बाए हाथ पर अतरासी रोड पर मुड कर अमरोहा पहुंचा जा सकता है। जबकि मुरादाबाद कि तरफ से आते समय दाई हाथ पर जोया से मुड कर अमरोहा पहुंचा जा सकता है।
सन्दर्भ
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
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