अयोध्या गोलीबारी उस अवसर का वर्णन करती है, जब राम रथ यात्रा के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने दो अलग-अलग दिनों, 30 अक्टूबर 1990 और 2 नवंबर 1990 को नागरिकों पर गोलीबारी की थी।[1]नागरिक धार्मिक स्वयंसेवक या कार सेवक थे, जो अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल के पास इकट्ठे हुए थे।[2]राज्य सरकार के आधिकारिक रिकॉर्ड बताते हैं कि 50 लोग उस कांड में मारे गए थे।[3][1][4][5][6][7]वहीं बात करें कारसेवकों की तो देश के अनेकों कोने से आए कार सेवकों ने प्रतिभाग किया । जिसमें एक बरेली का भी बहादुर श्री हरिओम सिंह चौहान पुत्र स्व.हेती सिंह निवासी ग्राम शिवपुरी तहसील आंवला जनपद बरेली[8] का था इस एवज में लगभग 19 दिनों के जेल प्रताड़ना पर भी श्री चौहान जी रहे, लेकिन हरिओम सिंह चौहान जी को न ही कोई पद न प्रतिष्ठा प्राप्त हुआ बल्कि फलस्वरूप बरेली के माननीयों द्वारा षड्यंत्ररूपी राजनीति का शिकार होना पड़ा।आज पेशे के रूप में खेती करने के सिवा दूसरा कोई श्रोत नहीं है, सरकार को ऐसे विभूतियों को अच्छे प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजना चाहिए । हालांकि उनकी पुत्री संध्या चौहान राज्य की सेवा में उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत हैं।

पृष्ठभूमि संपादित करें

सितंबर 1990 में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और शिव सेना ने राम जन्मभूमि स्थल पर राम मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए अभियान चलाया। स्थिति अस्थिर हो गई, लालकृष्ण आडवाणी ने रथयात्रा निकाली और विहिप ने लोगों को उस स्थान पर एकत्रित किया। मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सुरक्षा का वादा किया और साइट और शहर को पूरी तरह से बंद कर दिया।[9]यादव ने जनता को आश्वस्त किया: "कोई भी पक्षी अयोध्या में उड़ान भरने में सक्षम नहीं होगा"।[10][11]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Subudhi, Bibek Krushna (12 Nov 2019). "Ayodhya verdict". Current affairs night. अभिगमन तिथि 12 Nov 2019.[मृत कड़ियाँ]
  2. Subudhi, Bibek Krushna (12 Nov 2019). Ayodhya verdict (अंग्रेज़ी में). 12 Nov 2019.[मृत कड़ियाँ]
  3. Subudhi, Bibek Krushna (12 Nov 2019). Ayodhya verdict (अंग्रेज़ी में). 12 Nov 2019.[मृत कड़ियाँ]
  4. Subudhi, Bibek Krishna (12 November 2019). "Ayodhya verdict". www.currentaffairsnight.com. मूल से 6 October 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 Nov 2019.
  5. "Ayodhya, the Battle for India's Soul: The Complete Story – India Real Time – WSJ". Blogs.wsj.com. 2012-12-10. अभिगमन तिथि 2017-05-24.
  6. "Shriram Janmabhumi Mukti Andolan 2 | Vishva Hindu Parishad | Official Website". Webcache.googleusercontent.com. अभिगमन तिथि 2017-05-24.
  7. Scharada Dubey (2012). Portraits from Ayodhya. पृ॰ 71. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9789381626214. अभिगमन तिथि 2017-05-24.[मृत कड़ियाँ]
  8. "Ram Mandir Ayodhya Dham – Jai Siya Ram" (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-01-21.
  9. "It is wholly needless. Why all this tamasha about Ayodhya?: Devi Lal : Voices – India Today 15111990". Indiatoday.intoday.in. 1990-11-15. अभिगमन तिथि 2017-05-24.
  10. "Ayodhya massacre of Hindu devotees in 1990 which no media will talk about | Internet Hindu". Internethindu.in. 2017-02-24. मूल से 7 June 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-05-24.
  11. "We fall, get up and march forward". Livemint.com. अभिगमन तिथि 2017-05-24.