प्रकाशानुपात
अपने ऊपर पड़ने वाले किसी सतह के प्रकाश या अन्य विद्युतचुंबकीय विकिरण (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन) को प्रतिबिंबित करने की शक्ति की माप को प्रकाशानुपात (Albedo / ऐल्बीडो ) या धवलता कहते हैं। अगर कोई वस्तु अपने ऊपर पड़ने वाले प्रकाश को पूरी तरह वापस चमका देती है तो उसका ऐल्बीडो १.० या प्रतिशत में १००% कहा जाता है। खगोलशास्त्र में अक्सर खगोलीय वस्तुओं का एल्बीडो जाँचा जाता है। पृथ्वी का ऐल्बीडो ३० से ३५% के बीच में है। पृथ्वी के वायुमंडल के बादल बहुत रोशनी वापस चमका देते हैं। अगर बादल न होते तो पृथ्वी का ऐल्बीडो कम होता।[1]
भिन्न पदार्थों का ऐल्बीडो
संपादित करेंनयी गिरी बर्फ़ का ऐल्बीडो बहुत ऊँचा होता है (लगभग ०.९ यानि ९०%) जबकि कोयले का ऐल्बीडो सिर्फ़ ०.०४ (यानि ४%) होता है।
शब्द की उत्पत्ति
संपादित करेंऐल्बीडो शब्द को अंग्रेज़ी में "albedo" लिखा जाता है। इसका मूल लातिनी भाषा का "ऐल्बुस" (albus) शब्द है, जिसका अर्थ "सफ़ेद" है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ वातावरण का ज्ञानकोश, तीसरा संस्करण (ऍन्वारमॅन्टल ऍन्साएक्लोपीडिया, अंग्रेज़ी में), थ़ॉमसन गैल, २००३, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ संख्यांक ०-७८७६-५४८६-८