अल्लाह के बन्दे
हिन्दी भाषा में प्रदर्शित चलवित्र
अल्लाह के बन्दे २०१० की एक बॉलीवुड फ़िल्म है।
अल्लाह के बन्दे | |
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निर्देशक | फ़ारूक कबीर |
लेखक | फ़ारूक कबीर |
निर्माता | रवि वालिया |
अभिनेता |
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छायाकार | विशाल सिन्हा |
संपादक | संदीप फ्रांसिस |
संगीतकार |
कैलाश खेर चिरंतन भट्ट हमजा फारुकी और गीतकार सरिम मोमिन |
वितरक |
राइजिंग स्टार एंटरटेनमेंट परसेप्ट पिक्चर कंपनी |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
लागत | ₹ 5 करोड़[1] |
पटकथा
संपादित करेंअल्लाह के बन्दे दो १२ वर्ष के बच्चों (विजय और यकुब) की कहानी है जो भारत की कच्ची बस्तियों में बड़े होते हैं। वो दोनों माफिया की दुनिया में अपना नाम बनाना चाहते हैं और मादक पदार्थ पहुँचाने का काम आरम्भ कर देते हैं। उनका दोस्त (ज़ाकिर हुसैन) एक हिंजड़े (नपुंसक) की पोशाक बनाता है और लोगों को लूटते हैं।
कलाकार
संपादित करें- शर्मन जोशी – विजय काम्बले
- नसीरुद्दीन शाह – वार्डन
- फ़ारुक कबीर – यकुब
- अतुल कुलकर्णी – आश्वानी
- अंजना सुखानी – संध्या
- रुखसार रहमान – निर्मला
- ज़ाकिर हुसैन – रमेश
- वरुण भागवत
- सक्षम कुलकर्णी – विट्ठल
- अजाज़ खान – नाना चौहान
- सुहासिनी मुले – माँ
- विक्रम गोखले – शेरयार
- मदन देवधर – विजय काम्बले (बचपन)
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Allah Ke Banday - Gangster Breakfast!". मूल से १० दिसम्बर २०१२ को पुरालेखित.