अवधी दिवस
अवधी भाषा दिवस प्रत्येक वर्ष को रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जयंती पर मनाई जाती हैं।[1] अवध की संस्कृति, भाषा, साहित्य, लोककला, नृत्य-संगीत व परम्पराओं को फिर से प्रतिष्ठड्ढा दिलाने के उद्ड्ढदेश्य से श्रीरामचरित मानस के रचयिता महाकवि तुलसीदास की जयंती को हर वर्ष ‘अवधी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।[2] भक्तिकाव्य में तुलसीदास का रामचरितमानस (संवत 1631) अवधी साहित्य की प्रमुख कृति है।[3]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "अवधी दिवस पर सम्मानित होंगी शख्सियतें". अमर उजाला. जुलाई १८, २०१४.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "हर वर्ष पांच अगस्त को मनाया जाएगा अवधी दिवस". वीकएंड टाइम्स. १२ जुलाई २०११.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ Evolution of Awadhi (a branch of Hindi) Archived 2014-08-09 at the वेबैक मशीन By Baburam Saksena