अहिलावती भीम के पुत्र घटोत्कच की पत्नी और बर्बरीक की माता थी।[1] उन्हें मौरवी अथवा मोरवी और कामकटंककटा के नाम से भी जाना जाता है। इसके अतिरिक्त वो कामाख्या देवी की भक्त थी।

मोरवी नरकासुर के दानव राजा मूर की पुत्री थी। कृष्ण ने अपनी पत्नी सत्यभामा की सहायता से नरकासुर को हराया था। इसमें मोरवी ने सत्यभामा का सामना किया था। इसमें कृष्ण ने मोरवी के पिता की हत्या कर दी। मोरवी ने अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने का प्रण किया। हालांकि बाद में कृष्ण के देवत्व का ज्ञान होने पर उसने आत्मसमर्पण कर दिया। कृष्ण ने उसे सांत्वना दी की उसका जल्दी ही विवाह हो जायेगा।

  1. "महाभारत के वो 10 पात्र जिन्हें जानते हैं बहुत कम लोग!". दैनिक भास्कर. २७ दिसम्बर २०१३. मूल से 28 दिसंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २८ दिसम्बर २०१३.