आईएनएस राजपूत

निर्देशित मिसाईल विनशक

आईएनएस राजपूत (अंग्रेज़ी: INS Rajput) भारतीय नौसेना के प्रारंभिक ध्वंसक पोतों में से एक है जिसका पहचान क्रमांक डी-५१ (D-51) है। एक निर्देशित-मिसाइल विध्वंसक है और भारतीय नौसेना के राजपूत श्रेणी के विध्वंसक बेड़े का प्रमुख पोत है। यह 30 सितंबर 1980 को कमीशन की गई थी। कमोडोर (बाद में वाइस एडमिरल) गुलाब मोहनलाल हीरानंदानी इसके पहले कमांडिंग ऑफिसर थे।


आईएनएस राजपूत अपने मार्ग में
देश (भारत)
नाम: आईएनएस राजपूत
Namesake: राजपूत
स्वामी: भारतीय नौसेना
Operator: भारतीय नौसेना
निर्माता: 61 कम्यूनार शिपबिल्डिंग प्लांट
विनियुक्त: 30 सितंबर 1980
Identification: पताका संख्या: डी51
स्थिति: सक्रिय सेवा में
बिल्ला:
आईएनएस 'राजपूत' की मुहर
आईएनएस 'राजपूत' की मुहर
सामान्य विशेषताएँ
वर्ग एवं प्रकार: राजपूत श्रेणी के विध्वंसक
विस्थापन:
  • 3,950 टन मानक,
  • 4,974 टन पूरा भार
लम्बाई: 147 मी॰ (482 फीट)
बीम: 15.8 मी॰ (52 फीट)
Draught: 5 मी॰ (16 फीट)
प्रणोदन: 4 x गैस टरबाइन इंजन; 2 शाफ्ट, 72,000 अश्वशक्ति (54,000 कि॰वाट)
चाल: 35 नॉट (65 किमी/घंटा)
परास:
  • 4,000 मील (6,400 कि॰मी॰), 18 नॉट (33 किमी/घंटा) पर
  • 2,600 मील (4,200 कि॰मी॰), 30 नॉट (56 किमी/घंटा) पर
पूरक: 320 (35 अधिकारियों सहित)
सेंसर
और प्रोसेसिंग सिस्टम:
  • नेविगेशन: 2 x वोल्गा (नाटो: डॉन के) रडार, आई-बैंड आवृत्ति पर,
  • वायु: 1 x एमपी-500 कलिवर (नाटो: बिग नेट-ए) रडार सी-बैंड पर या 1 x भारत रावल (डच साइनल एलडब्ल्यू 088),डी-बैंड आवृत्ति पर (आईएनएस रंजीत पर स्थापित),
  • वायु/सतह: 1 x एम-310यू अंगारा (नाटो: हेड नेट सी) ई-बैंड पर रडार, 1 x EL / M-2238 STAR द्वारा बदल दिया गया।[1]
  • संचार: इनमारसैट,
  • सोनार: 1 x वाइदेडा एमजी -311 (नाटो: वुल्फ पव) सोनार, एमएलआर के दौरान भारत के साथ बदला गया, 1 x वैगा एमजी -325 (नाटो: मेर टेल) वैरिएबल गहराई सोनार
अस्र-शस्र:
  • एन्टी-सरफैस:
  • 4 × ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइलें
  • 2 × एसएस-एन-2डी स्टाक्स एएसएचएम मिसाइलें
  • 1 × धनुष बैलिस्टिक मिसाइल (आईएनएस राजपूत में जोड़ा')
  • हवाई रक्षा:
  • 2 × एस-125एम (नाटो: एसए-एन-1) सतह से हवा मिसाइल लांचर
  • तोप:
  • 1 × 76.2 मि॰मी॰ (3 इंच) मुख्य तोप,
  • 4 × 30 मि॰मी॰ (1.2 इंच) एके-230 बंदूकें
  • एन्टी पनडुब्बी:
  • 1 × 533 मि॰मी॰ (21 इंच) पीटीए 533 पंचगुना टारपीडो ट्यूब लांचर,
  • 2 × आरबीयू-6000 एन्टी पनडुब्बी मोर्टारों,
  • Aircraft carried: 1 x एचएएल चेतक हेलीकॉप्टर
    आईएनएस राजपूत एक ब्रह्मोस मिसाइल फायर करते हुए

    आईएनएस राजपूत ने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के लिए एक परीक्षण मंच के रूप में कार्य किया। दो पी-20 एम ने एकल लांचर (पोर्ट और स्टारबोर्ड) को दो बॉक्सिंग लांचरों से बदल दिया गया था, प्रत्येक में दो ब्रह्मोस सेल थे। पृथ्वी-३ मिसाइल के एक नए संस्करण का मार्च 2007 में राजपूत से परीक्षण किया गया था।[2] यह भूमि के लक्ष्यों पर हमला करने के साथ टास्कफोर्स या वाहक एस्कॉर्ट के रूप में एन्टी-विमान और एंटी-पनडुब्बी मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम है।[3] राजपूत ने 2005 में एक सफल परीक्षण के दौरान धनुष बैलिस्टिक मिसाइल को ट्रैक किया।[4]

    1. Friedman, Norman (2006). The Naval Institute guide to world naval weapon systems (5th संस्करण). Annapolis, Md: Naval Institute. पृ॰ 243. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 1557502625. मूल से 16 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जून 2020.
    2. "domain-b.com: Dhanush, naval surface-to-surface missile, test fired successfully". मूल से 3 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 जून 2017.
    3. BRAHMOS NAVAL VERSION TESTED SUCCESSFULLY Archived 2010-09-24 at the वेबैक मशीन
    4. "Archived copy". मूल से 2009-09-18 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2008-02-06.सीएस1 रखरखाव: Archived copy as title (link)