आज जाने की ज़िद ना करो

गीत, सोहेल राणा द्वारा रचित व अरिजीत सिंह द्वारा प्रदर्शित।

आज जाने की ज़िद ना करो एक मशहूर नज़्म है जिसे पाकिस्तानी कवि फ़य्याज़ हाशमी द्वारा लिखा गया है।[1] इस नज़्म की धुन पाकिस्तान के प्रसिद्ध रचयिता सोहैल राणा द्वारा रचित है।[2] इसे प्राचीन गायक हबीब वलि मोहम्मद द्वारा लोकप्रिय बनाया गया जिन्होंने एक पार्श्व गायक के रूप में पाकिस्तानी फिल्म बादल और बिजली (१९७३) में यह गीत गाया था। इसके पश्चात मशहूर ग़ज़ल गायिका फरिदा खानुम उनके टेलिविज़न प्रदर्शन और सार्वजनिक संगीत समारोह में भी यह गीत गाया करती थीं। फरिदा खानुम द्वारा यह गीत राग यमन कल्याण में गाया गया था।[3]

"आज जाने की ज़िद ना करो"
गीत द्वारा

यह गीत अनेक कलाकारों द्वारा गाया गया है। आशा भोंसले ने लव सुप्रीम (२००६) एल्बम में यह गीत गाया है। गोल्डन लॉयन का खिताब जीत चुकी मीरा नायर की मानसून वैडिंग (2001 फ़िल्म) के एक दृश्य में पार्श्व संगीत के रूप में इस गीत का उपयोग किया गया है।[4] हबीब वलि मोहम्मद के इस गीत का रुपांतर भी अत्यन्त लोकप्रिय है।यह शंकर टकर की ऑनलाइन संगीत शृंखला 'द श्रुति बॉक्स' का भी एक भाग है जिसे रोहिणी रावदा द्वारा गाया गया है।[5]ए॰ आर॰ रहमान ने इस गीत को एम.टी.वी अनप्लग्ड सीज़न-२ में प्रदर्शित किया था।[6]

२०१५ में यह गीत कोक स्टूडियो पाकिस्तान के लिये पकिस्तानी बैण्ड 'स्ट्रिंग्स' द्वारा बनाया गया और संगीत से लम्बे अन्तराल के बाद फरिदा खानुम ने कोक स्टूडियो के आठवे सीज़न के आखिरी प्रकरण में यह गीत फिर से गाया।[7]

अरिजीत सिंह ने टेलिविज़न धारावाहिक नामकरण (अगस्त २०१६) के लिये यह गीत फिर से बनाया जिसे स्टार प्लस चैनल पर प्रसारित किया जाता है।[8]

यह गीत प्रीतम द्वारा २०१६ की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के लिये फिर से बनाया गया जिसे शिल्पा राव द्वारा गाया गया है।[9]

टिप्पणियां संपादित करें

  1. "When mood and melody merged". The Hindu newspaper. Chennai, India. 2006-11-13. मूल से 20 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 जून 2018., Retrieved 31 October 2016
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 23 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 जून 2018.
  3. "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 जून 2018.
  4. "संग्रहीत प्रति". मूल से 16 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 जून 2018.
  5. "संग्रहीत प्रति". मूल से 18 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 जून 2018.
  6. Aaj Jaane Ki Zid Na Karo
  7. "संग्रहीत प्रति". मूल से 18 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 जून 2018.
  8. "संग्रहीत प्रति". मूल से 18 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 जून 2018.
  9. "संग्रहीत प्रति". मूल से 18 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 जून 2018.

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