आणंद
आणंद (Anand) भारत के गुजरात राज्य के आणंद ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। इसका प्राचीन नाम आनंदपुर था। आणंद दूध उत्पादनों के लिए प्रसिद्ध अमूल सहकारी संघ के लिए जाना जाता है।[1][2][3]
आणंद Anand આણંદ | |
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नगर | |
आणंद में अमूल फैक्ट्री | |
उपनाम: दूध की नगरी | |
निर्देशांक: 22°33′22″N 72°57′04″E / 22.556°N 72.951°Eनिर्देशांक: 22°33′22″N 72°57′04″E / 22.556°N 72.951°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | गुजरात |
ज़िला | आणंद ज़िला |
ऊँचाई | 39 मी (128 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 2,09,410 |
भाषा | |
• प्रचलित | गुजराती |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 388001 |
दूरभाष कोड | 2692 |
वाहन पंजीकरण | GJ 23 |
इतिहास
संपादित करेंआनंदपुर गुजरात में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है जिसका नाम अब आणंद कर दिया गया है। गुर्जर नरेश शीलादित्य सप्तम के अलिया ताभ्रदानपट्ट में आनंदपुर का उल्लेख है। इस नगर में राजा का शिविर था जहां से यह शासन प्रचलित किया गया है। किंवदंती के अनुसार आनंदपुर सारस्वत ब्राह्मणों का मूल स्थान है। उनका कहना है कि उन्होंने ही देवनागरी लिपि का आविष्कार किया था। 7वीं शती ई. में जब युवानच्वांग भारत आया था तो आनंदपुर का प्रांत मालवा के उत्तर पश्चिम की ओर साबरमती के पश्चिम में स्थित था। यह मालवा राज्य के ही अधीन था। इसका दूसरा नाम वरनगर भी था। ऋग्वेद प्रातिशाख्य के रचयिता उव्वट ने अपने ग्रन्थ के प्रत्येक अध्याय के अंत में इति आनन्दपुर वास्तव्यं लिखा है। बहुत संभव है कि वह इसी नगर का निवासी रहा हो। नागर ब्राह्मण वरनगर के निवासी होने से ही नागर कहलाए।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Gujarat, Part 3," People of India: State series, Rajendra Behari Lal, Anthropological Survey of India, Popular Prakashan, 2003, ISBN 9788179911068
- ↑ "Dynamics of Development in Gujarat," Indira Hirway, S. P. Kashyap, Amita Shah, Centre for Development Alternatives, Concept Publishing Company, 2002, ISBN 9788170229681
- ↑ "India Guide Gujarat," Anjali H. Desai, Vivek Khadpekar, India Guide Publications, 2007, ISBN 9780978951702